नई दिल्ली: मौजूदा वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने अपने बेहतरीन बल्लेबाजी प्रदर्शन से विरोधी गेंदबाजों पर खासा प्रभाव छोड़ते हुए अमिट छाप छोड़ी है।
भारतीय टीम पहले ही सेमीफाइनल में जगह पक्की कर चुकी है और अपना आखिरी लीग मैच 12 नवंबर को नीदरलैंड के खिलाफ खेलने वाली है। विरोधी टीम की रणनीतियों को ध्वस्त करने में अब तक खेले गए आठ मैचों में भारत का दबदबा साफ नजर आया है, जिसमें रोहित शर्मा अहम भूमिका निभा रहे हैं।
रोहित के आक्रामक रवैये ने, खासकर नई गेंद के खिलाफ, शुरू से ही विपक्षी टीम के गेंदबाजों पर दबाव बना दिया है। इससे मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजो को रन बनाने और क्रीज पर सेट होने में मदद मिलती है, क्योंकि उन पर अनावश्यक दबाव नहीं रहा है।
इस वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा की बल्लेबाजी आक्रामक और विशेष रही है। आठ पारियों में 400 से अधिक रन बनाने के बाद, रोहित का स्ट्राइक रेट 120 से अधिक है। विशेष रूप से, इस टूर्नामेंट में 400 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में से किसी ने भी 120 से अधिक स्ट्राइक रेट हासिल नहीं किया है।
रोहित के बाद, दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक का स्थान है जिन्होंने 111.34 के स्ट्राइक रेट के साथ 550 रन बनाए है। रोहित के शानदार प्रदर्शन में एक शतक और दो अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं।
जहां भारत का लक्ष्य नीदरलैंड के खिलाफ मैच में जीत हासिल करना है, वहीं रोहित शर्मा के पास एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है। रोहित की कप्तानी में भारत ने इस वर्ल्ड कप में खेले गए सभी आठ मैच जीते हैं। अगर वे नीदरलैंड के खिलाफ जीत हासिल करते हैं, तो रोहित शर्मा 2003 वर्ल्ड कप के सौरव गांगुली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगे, जब भारतीय टीम ने गांगुली की कप्तानी में लगातार आठ मैच जीते थे। टीम इंडिया की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए रोहित शर्मा और उनकी टीम के लिए इस रिकॉर्ड को तोड़ना काफी आसान लग रहा है।