नई दिल्ली: अर्जुन तेंदुलकर Arjun Tendulkar इस समय अपने पिता सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar के नक्शे कदम पर चल रहे है। अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी डेब्यू में शतक जड़कर शानदार आगाज किया है। अर्जुन तेंदुलकर को कभी नेपोटिजम की देन कहा जाता था पर अब अर्जुन ने ये साबित कर दिया है कि वो अपने टैलेंट के दम पर यहा तक पहुंचे है।
34 साल बाद बेटे अर्जुन ने दोहराया पिता सचिन का इतिहास
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar ने 11 दिसम्बर 1988 को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के लिए खेलते हुए गुजरात के खिलाफ अपने रणजी डेब्यू मैच में शानदार शतक जड़ा था। रणजी डेब्यू में शतक लगाने वाले सचिन की उम्र उस समय 15 साल थी और अब 34 साल बाद उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर Arjun Tendulkar ने भी रणजी डेब्यू में शतक जड़ दिया है। जब अर्जुन मुंबई के लिए खेला करते थे, उन्हे ज्यादा मौके नही मिलते थे जिसके बाद उन्होंने गोवा की तरफ से खेलने का निर्णय किया और अब उनका फैसला रंग लाते हुए दिख रहा है।
अर्जुन ने योगराज सिंह के साथ की थी जमकर ट्रेनिंग
अर्जुन तेंदुलकर के शानदार प्रदर्शन का क्रेडिट युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह को जाता है। सचिन तेंदुलकर के कहने के बाद योगराज ने अर्जुन तेंदुलकर को चंडीगढ़ में 2 हफ्ते ट्रेनिंग दी थी। इस दौरान उन्होंने अर्जुन पर काफी मेहनत की थी योगराज सिंह अर्जुन तेंदुलकर को 5 बजे उठा दिया करते थे और उन्हें 2 घंटे दौड़ाते थे। साथ ही जिम सेशन में भी उनकी मदद करते थे।
योगराज सिंह ने अर्जुन तेंदुलकर को दिया गुरुमंत्र
ट्रेनिंग के दौरान योगराज सिंह Yograj Singh ने अर्जुन को एक गुरुमंत्र दिया जो उनके बहुत काम आया। योगराज ने अर्जुन से कहा कि जितना समय आप मेरे साथ ट्रेनिंग में हैं, आपको भूलना होगा कि आप सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar के बेटे हैं। योगराज सिंह ने इस बारे में बताते हुए कहा, “मैंने उससे कहा था कि उसे अगले 15 दिनों के लिए भूलना होगा कि वो सचिन तेंदुलकर का बेटा है। मुझे लगता है कि बाकी कोचों ने उसको खूब लाड किया होगा क्योंकि वो सचिन तेंदुलकर का बेटा है। मैंने उससे यही कहा था कि उसे अपने पिता के साए से बाहर निकलने की जरूरत है।” अब ये साफ दिख रहा है योगराज सिंह का गुरुमंत्र अर्जुन Arjun Tendulkar के बहुत काम आ रहा है और वो अपने प्रदर्शन के दम पर अपना नाम बना रहे है।