पॉवर हिटिंग का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए, ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे तेज शतक बनाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया।
मैक्सवेल का धमाकेदार शतक नीदरलैंड के खिलाफ मैच के दौरान सिर्फ 40 गेंदों में आया, जिसने फैंस और दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को आश्चर्यचकित कर दिया। उनकी शानदार पारी में नौ चौके और आठ गगनचुंबी छक्के शामिल थे।
मैक्सवेल का शतक न केवल तेज गति के लिए बल्कि डच गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैये के लिए भी आश्चर्यजनक था। उन्होंने जो 100 रन बनाए उनमें से 84 रन बाउंड्री से आए, जो उनके आक्रामक रवैये को दर्शाता है।
इस जबरदस्त उपलब्धि ने मैक्सवेल को वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे तेज शतकों की सूची में टॉप पर पहुंचा दिया, और दक्षिण अफ्रीका के एडेन मार्कराम के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिन्होंने कुछ ही दिन पहले दिल्ली में श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंदों में शतक बनाया था।
यह प्रदर्शन मैक्सवेल के तेज़ शतकों के इतिहास में एक और चेप्टर जोड़ता है। 2015 में, उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ वनडे वर्ल्ड कप के दौरान 51 गेंदों में शतक बनाने के लिए सुर्खियां बटोरीं, जिससे उनको क्रिकेट के आक्रामक बल्लेबाजों की लिस्ट में जोड़ा गया।
ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड के बीच रोमांचक मैच में डेविड वार्नर ने भी टूर्नामेंट में अपना शानदार फॉर्म दिखाते हुए एक और शतक लगाया। वार्नर ने 93 गेंदों पर 11 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 103 रन बनाकर शानदार शतकीय पारी खेली।
स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुसेन सहित ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों ने भी एक मजबूत स्कोर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम के खिलाड़ियों के दमदार प्रयासों से ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी में आठ विकेट पर 399 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
मैक्सवेल का रिकॉर्ड तोड़ने वाला शतक उनके शानदार बल्लेबाजी कौशल और क्रिकेट में उनकी आक्रामक सोच का प्रमाण था। उनकी पारी ने दुनिया भर के क्रिकेट फैंस को मंत्रमुग्ध कर दिया और 2023 वनडे वर्ल्ड कप में एक यादगार क्षण बनाया।