नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने अभिनेता सलमान खान की श्री राम मंदिर घड़ी पर कड़ी आपत्ति जताई है। मौलाना के मुताबिक शरिया किसी भी मुसलमान को गैर-मुस्लिमों के धार्मिक प्रतीकों, इमारतों या मंदिरों का प्रचार करने की इजाजत नहीं देता और ऐसा करना हराम माना जाता है। दरअसल, सलमान खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर तीन तस्वीरें शेयर की हैं। सलमान इस दौरान अपने हाथ में एक खास घड़ी पहने हुए हैं, जिस पर अयोध्या के श्री राम मंदिर की तस्वीर बनी हुई है।
एक घड़ी बनाई गई
सलमान ने कैप्शन में लिखा, “ईद पर सिनेमाघरों में मिलते हैं।” अब ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इसे पाप बताया है। वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को शरिया के नजरिए से स्पष्ट करना चाहता हूं। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सलमान खान एक मशहूर मुसलमान हैं और हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जाने जाते हैं। उनके लाखों प्रशंसक हैं। राम मंदिर के प्रचार के लिए एक घड़ी बनाई गई है। सलमान खान उस घड़ी को प्रचार के लिए पहन रहे हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि वह पहले मुसलमान हैं।
पाप माना जाता है
रजवी ने आगे कहा, “इस्लामिक कानून किसी भी मुसलमान को गैर-मुस्लिमों के धार्मिक प्रतीकों, इमारतों या मंदिरों का प्रचार करने की अनुमति नहीं देता है। अगर कोई मुसलमान इस तरह के प्रचार में शामिल है – चाहे वह मंदिर का हो या ‘राम संस्करण’ वाली घड़ी पहनकर, तो शरिया के अनुसार, वह अपराध कर रहा है और इसे पाप माना जाता है। यह कृत्य हराम है और उसे इससे बचना चाहिए। मैं सलमान खान को सलाह देना चाहता हूं कि वह अपने हाथों से राम नाम संस्करण वाली घड़ी हटा दें।” आपको बता दें कि सलमान खान की फिल्म सिकंदर 30 मार्च को ईद पर सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
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