नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश का योगी मॉडल एक बार फिर चर्चा में आ गया है फ्रांस में हुए प्रदर्शन और दंगों के बाद आया है। बता दे इस बार योगी मॉडल की चर्चा यूपी में हुए किसी कार्यवाही की वजह से नहीं बल्कि फ्रांस में हो रहे दंगे की वजह से सामने आ रही है। असल में यह पूरी चर्चा एक क्यूट के बाद शुरू हुई।
ट्वीट् में फ्रांस में हो रहे दंगे को रोकने के लिए योगी मॉडल की बात कही गई इस ट्वीट के बाद भी सोशल मीडिया पर इस ट्वीट को लेकर हंगामा मचा हुआ है। एक तरफ योगी समर्थक है तो इस ट्वीट को लेकर योगी सरकार की वाहवाही कर रहे हैं। तो विपक्ष इस ट्वीट को फर्जी बताकर खूब मजे ले रहा है। विपक्ष ट्वीट करने वाले शख्स पर ही आरोप लगा रहा है कि वह किसी और की आइडेंटिटी का इस्तमाल कर रहे है।
बता दी कि यह विवाद एक ट्वीट और रिट्वीट होने के बाद शुरू हुआ है। लंदन यूनिवर्सिटी से जुड़े बताए गए प्रोफेसर एन जॉन केम के एक ट्वीट को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस ने री ट्वीट किया इस अकाउंट से ट्वीट किया गया कि योगी आदित्यनाथ को फ्रांस भेजो वह 24 घंटे में दंगा कंट्रोल कर देंगे। इस ट्वीट को योगी आदित्यनाथ ऑफिस के वेरीफाइड अकाउंट से रीट्वीट किया गया।
Whenever extremism fuels riots, chaos engulfs and law & order situation arises in any part of the globe, the World seeks solace and yearns for the transformative "Yogi Model" of Law & Order established by Maharaj Ji in Uttar Pradesh. https://t.co/xyFxd1YBpi
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) July 1, 2023
इस रिट्वीट में लिखा गया कि जब विश्व के किसी भी हिस्से में पूर्व बाद दंगे भड़कते हैं। अराजकता फैलती है। और कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है।तब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित कानून एवं व्यवस्था के परिवर्तनकारी योगी मॉडल की मांग की जाती है।
ये तो 420 का अल्ट्रा प्रो मैक्स वर्जन है भाई!
जिस एन जॉन कैम की ट्वीट के सहारे बाबा का डंका यूरोप तक पीटने का दावा किया जा रहा था। वो तो नरेंद्र विक्रमादित्य यादव निकला। ऐसा नरेंद्र जो धोखाधड़ी के मामले में तेलंगाना पुलिस से दबोचा जा चुका है।
बाबा के ऑफिस वाले भी तुरन्त कोट… pic.twitter.com/DhhrjJuifD
— UP Congress (@INCUttarPradesh) July 1, 2023
इस ट्वीट के बाद असल मे विवाद शुरू हुआ बता दे कि फ्रांस में 27 जून को ट्रैफिक पुलिस ने 17 साल के नाहेल नाम के एक लड़के को गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौत हो गई थी जिसके विरोध में पूरे देश में दंगा फैल चुका है। इस दंगे के संदर्भ में कथित प्रोफेसर एंन जॉन नाम के एक अकाउंट से सीएम योगी के लिए ट्वीट किया गया प्रोफेसर एन जॉन कैंप के इस ट्विटर अकाउंट को विपक्ष फेक बता रहा है। विपक्ष का दावा है कि या हैंडल वास्तव में डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव का का है। जिन्हें पहले धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा था हालांकि इसकी पुष्टि हम नहीं कर रहे है।