नई दिल्लीः जमीन घोटाला मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने कड़ी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इससे प्रदेश के आदिवासी समाज में काफी निराशा है, जहां आज झारखंड को बंद रखने का आह्वान किया गया है। झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन होंगे, जो जल्द ही पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे।
कयास लगाए जा रहे थे कि हेमंत सोरेन गिरफ्तार होते हैं उनकी पत्नी कल्पना सोरेन सीएम की संभाल सकती हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि हेमंत सोरेन का इतना बड़ा परिवार राजनीतिक में सक्रिय है, लेकिन फिर चंपई सोरेन को सीएम के लिए क्यों चुना गया है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे अलग-अलग नजरिए से बताया है।
कल्पना सोरेन के लिए था यह पेंच
एक वरिष्ठ पत्रकार के अनुसार, कल्पना सोरेन को सीएम बनाना जेएमएम का फैसला काफी चुनौती पूर्ण साबित हो सकता था। इसकी कई वजह हैं। वरिष्ठ पत्रकार के मुताबिक, रघुवर दास पहले सीएम बन चुके हैं, जबकि वे छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं। एक पेंच ये है कि कल्पना सोरेन ओडिशा से तो हैं, लेकिन आदिवासी समुदाय से नहीं आतीं।
ऐसी स्थिति में वह रिजर्व सीट से चुनाव नहीं लड़ सकतीं। उनके पति हेमंत सोरेन फिलहाल बरहेट विधानसभा सीट से विधायक चुने हुए हैं। वे अनूसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। कल्पना सोरेन ओडिशा के मयूरभंज की मूल निवासी हैं, जो आदिवासी समाज से नहीं है। इसलिए पति द्वारा सीट छोड़े जाने के बावजूद भी वह वहां से चुनाव नहीं लड़ सकतीं। जानकारों के अनुसार हो सकता है कि इसिलए चंपई सोरेन को सीएम उम्मीद बनाना गया होगा।
चंपई सोरेन होंगे झारखंड के सीएम होंगे
हेमंत सोरेन के इस्तीफे बाद झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन होंगे, जिन्हें जेएमएम और कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है इतना ही हीं देर चंपई सोरेन सहित पार्टी के दिग्गज नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। चंपई सोरेन के मुताबिक, राज्यपाल ने सरकार बनाने का जल्द बुलावा भेजने का आश्वासन दिया है। उन्होंने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है।
इसलिए नहीं बढ़ाया भाभी का नाम आगे
राजनीतिक जानकारों की मानें तो सीएम पद के लिए उनके परिवार में एकता नहीं दिखी। दिवंगत बड़े भाई की पत्नी सीता सोरेन जेएमएम से विधायक जरूर हैं, लेकिन वे पार्टी लाइन से कई बार हटकर बयान दे चुकी हैं। इसलिए उनका नाम सीएम की रेस में नहीं लाया गया।