नई दिल्लीः भारत में इन दिनों रेलवे हादसों की घटनाएं यात्रियों की शामत बनी हुई है। पता नहीं होता कि कब कैसे बड़ा हादसा हो जाए। इस साल की बात करें तो कई जगह ट्रेनें बेपटरी होने से लोगों की जान गई हैं, जिससे यात्रियों के मन में रेल की सवारी को लेकर डर से पनप रहा है।
कुछ दिन पहले बिहार के बालासोर की घटना को भला कौन भूल सकता है, जहां बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे से उठती चीख पुकार की सिसकियों ने हर किसी के आंसू निकाल दिए थे। इसके बाद अब एक और बड़ा रेल हादसा हुआ।
यह ट्रेन हादसा आंध्र प्रदेश में हुआ, जहां दो गाड़ी आपस में टकरा गईं। इसमें अब तक 13 लोगों की जान चली गई, जबकि 54 से ज्यादा यात्री घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की बड़ी वजह सामने आई है, जो हर किसी को हैरान कर रही है।
जानिए कैसे हुई ट्रेनों की भिड़ंत
विजयनगरम जिले में हावड़ा-चेन्नई लाइन पर एक ट्रेन के सिग्नल को पार कर दूसरी ट्रेन से टकरा जाने के बाद कई डिब्बे डीरेल हो गए। यह बड़ा हादसा शाम करीब 7 बजे हुआ। दो पैसेंजर ट्रेन आपस में टकरा गई थीं, जिससे बड़ा नुकसान हुआ।
पूर्वी तटीय रेलवे ने कहा कि आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में दो ट्रेन की टक्कर संभवत मानवीय भूल के कारण हुई होगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विश्वजीत साहू के अनुसार, विशाखापट्टनम-रायगढ़ा स्पेशल ट्रेन द्वारा सिंग्नल की ओवरशूटिंग हुई, जिसे कार दोनोंट गाड़ियों की आपस में भिडंत हो गई।
इसके साथ ही ओवरशूटिंग की जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि जब कोई ट्रेन लाल सिग्नल पर रुकने के बजाय आगे बढ़ जाती है। अन्य रेलवे अधिकारि के अनुसार, दुर्घटना के कारण विशाखात्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन के पीछले दो बोगी पटरी से उतर गई।
जैसे ही ट्रेन हादसे की सूचना मिली तो एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पहुंची, जहां रेस्क्यू ऑपरेशन कर लोगों को सुरक्षित निकाला गया। अब सभी घायलों का हॉस्पिटल में इजाल जारी है। अब मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 13 हो गई है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार अभी मृतकों की संख्या में इजाफा देखने को मिल सकता है।