नई दिल्लीः बिहार की राजनीतिक में इन दिनों काफी उठा-पटक देखने को मिल रही है, जिसपर सभी की निगाहें गढ़ी हुई हैं। अब आरजेडी और जेडीयू के बीच सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है, जिसका अंदाजा एक दूसरे पर बयानबाजी से लगाया जा सकता है। सभी राजनितिक दलों को अब सीएम नीतिश कुमार के फैसले का इंतजार है कि वे आगे क्या करने वाले हैं।
क्या वे विधानसभा भंग करेंगे, या फिर एनडीए में जाएंगे, ऐसे कई सवालों का जवाब मिलना बाकी है। इस बीच बिहार के पू्र्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार की वापसी पर इशारों-इशारों में बड़ी बात कही है। दरअसल, नीतीश कुमार इससे पहले भी एनडीए के सात लंबे समय तक सरकार में रह चुके हैं।
सुशील मोदी ने कही बड़ी बात
बिहार के डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के एनडीए में बंद दरवाजे को लेकर बड़ी बात कही है। दिल्ली से पटना के लिए रवाना होने से पहले सुशील मोदी ने पत्रकारों से बातचीत की। उनसे सवाल पूछा गया कि कल बैठक में क्या बातचीत हुई।
इस सवाल के जवाब में सुशी मोदी ने कहा कि बैठ में लोकसभा चुनाव पर चर्चा हुई। इसके बाद बिना सवाल के बोलते हुए सुशील मोदी ने कहा कि जहां तक नीतीश कुार जेडीयू का सवाला है तो राजनीति में हमेशा दरवाजा बंद नहीं रहता है। जो दरवाजा बंद रहता है जरूरत पड़ने पर उसे खोल दिया जाता है। इसके बाद उन्होंने कहा कि अब खुलेगा या नहीं इस पर मैं कुछ नहीं कर सकता।
जेडीयू-आरजेडी में नहीं बन रहा तालमेल
बीते काफी दिनों से जेडीयू और आरजेडी के रिश्तों में काफी खटास देखने को मिल रहा है। इंडिया गठबंधन में बड़ी भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार कांग्रेस और आरजेडी के रवैये से काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में परिवारवाद का नाम लेकर लालू और कांग्रेस पर निशाना भी साधा था।
इसके बाद आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी ने भी बिना नाम लिए नीतिश कुमार को समाजवादी का झूठा पुरोधा करार दिया था। हालांकि बाद में एक्स पर लिखी गई यह पोस्ट डिलीट कर दी गई थी।
नीतीश के सामने दो विकल्प
सीएम नीतीश कुमार अगर महागठबंधन से अलग होते हैं तो उनके पास दो विकल्प हैं। एक तो वे सीएम पद से इस्तीफा देकर विधानसभा भंग कराने का फैसला ले सकते हैं। दूसरा वे एनडीए के साथ जाकर सरकार बना सकते हैं। अब सवाल है कि क्या बीजेपी उन्हें सीएम के रूप में स्वीकार करना पसंद करेगी।