नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक मौसम का मिजाज तेजी से रंग बदलता नजर आ रहा है, जिसके चलते कहीं तापमान में गिरावट तो कहीं आसमान में बादलों ने डेरा डाल रखा है। उत्तर भारत के पहाड़ी हिस्सों में घनी बर्फबारी देखने को मिल रही है, जिससे लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ा रहा है।
हालात इतने बदतर है कि कई इलाकों में माइनस में तापमान दर्ज किया जा रहा है, जिससे कई नाले और तालाब भी जम गए हैं। देश की राजधानी दिल्ली व एनसीआर में घना कोहरा छाने से राहगीरों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कई हिस्सों में प्रदूषणा भी गंभीर स्थिति में दर्ज किया जा रहा है, जिससे बचाव को लोग मास्क लगाकर चल रहे हैं।
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- इन इलाकों में होगी गरज के साथ तेज बारिश
आईएमडी के मुताबिक, 22 से 23 दिसम्बर तक तमिलनाडु और पुदुचेरी में गरज के साथ झमाझम बारिश होने की संभावना बनी हुई है। 24 दिसम्बर को तमिलनाडु, पुदुचेरी और करियाक्कल इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद जताई है।
आईएमडी के अनुसार, दक्षिण तमिलनाडु के जिलों में कई स्थानों पर और उत्तरी तमिलनाडु में कई इलाकों गरज के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा 22 दिसम्बर को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और इससे सटे श्रीलंकाई तटों पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती हवाएं चलने की उम्मीद है।
इन हवा की गति कभी-कभी 60 किमी प्रति घंटे भी रह सकती है। 25 दिसम्बर को मन्नार की खाड़ी के कन्याकुमारी, दक्षिण पूर्व तटीय क्षेत्रों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती हवाएं चलने की उम्मीद बनी हुई है। इसके साथ ही विभाग ने मछुआरों को उपरोक्त दिनों में समुद्र में न जाने की संभावना जताई है।
- इन हिस्सों में होगी भारी बर्फबारी
आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ी है। लेकिन इसके थोड़ा कमजोर रहने से फिलहाल एक सप्ताह तक बारिश होने देखने को मिल सकती है। 27 दिसंबर के बाद मैदान से लेकर पहाड़ तक बारिश होने के साथ ही बर्फबारी होने की उम्मीद है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है।