नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश सरकार के समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर नगर से 10 बार के रह चुके विधायक मोहम्मद आजम खान को दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली गई। सरकार का कहना है। कि अब इसकी आवश्यकता नहीं वही यूपी सरकार द्वारा आजम खान के सुरक्षा वापस लिए जाने पर राजनीति शुरू हो गई। विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर सुबह की योगी सरकार पर हमलावर इसी कड़ी में आज आजाद पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने भी ट्विटर हैंडल पर टूटकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आजम खान के साथ कोई अनहोनी होती है। तो उसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार होगी।
आगे बता दे चंद्रशेखर ने ट्विटर हैंडल पर कहा यूपी सरकार द्वारा पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की सुरक्षा हटाना दुर्भाग्य दुर्भावनापूर्ण कृत है। प्रदेश सरकार आजम खान जी के साथ बदले की भावना से कार्य कर रही है। अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है। तो प्रदेश की भाजपा सरकार उसकी जिम्मेदार होगी। यूपी सरकार को आजम खान की सुरक्षा तत्काल बहाल करनी चाहिए।
रामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक डॉ संसार सिंह ने बताया कि सुरक्षा मुख्यालय से पुलिस अधीक्षक ने एक पत्र भेजा हुआ है। उसमें उल्लेखित है कि पूर्व विधायक आजम खान को प्रदान की गई सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का कोई औचित्य नहीं है उन्होंने कहा कि इस आदेश के क्रम में उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई। सिंह ने बताया कि हवाई श्रेणी के तहत खान को तीन पुलिसकर्मी उपलब्ध कराए गए थे और उनके आवास पर गार्ड की तैनाती की गई थी। उन्होंने बताया कि खान की सुरक्षा में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को वापस रामपुर पुलिस लाइन बुला लिया गया है।
गौरतलब है कि वरिष्ठ नेता आजम खान ने 2022 के विधानसभा चुनाव में दसवीं बार रामपुर सीट से जीत हासिल की थी। विधायक चुने जाने के सामने रामपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। उत्तर प्रदेश में रामपुर की एमपी एमएलए अदालत ने खान को भड़काऊ भाषण देने के मामले में पिछले साल अक्टूबर में दोषी करार देते हुए 3 साल की कैद और 6 हजार का जुर्माना लगाया था बाद में उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी।