नई दिल्लीः पंजाब से राजधानी दिल्ली के लिए निकले किसान शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने रोक रखे हैं। दिल्ली चलो मार्च में शामिल सभी किसान दिल्ली के लिए बॉर्डर कूच करने के लिए अमादा होते दिख रहे हैं। बुधवार सुबह शंभूर बॉर्डर पर पुलिस और किसानों में तीखी नोकझोंक हुई है, जहां शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवानों की तैनाती कर दी गई है।
पुलिस ने किसानों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार कर तितर-बितर किया। इस बीच किसान नेत सरवन सिंह पंढेर ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि हम पर प्रो खालिस्तानी और प्रो लेफ्ट-कांग्रेसी होने का बड़ा आरोप गलाया जा रहा है। यह आरोप पूरी तरह से गलत है। इससे पहले किसान संगठन और सरकार के बीच करीब 5 घंटे तक बैठक चली, लेकिन बेनतीजा रही है।
किसान नेता ने कही बड़ी बात
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हम प्रो खालिस्तानी और प्रो लेफ्ट-कांग्रेसी होने का आरोप लगाया जा रहा है जो पूरी तरह से गलत है। उन्हों आगे पत्थरबाजी पर बड़ी बात कही है। कहा कि हमारा आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण है। सरकार आंदोलन को गुमराह करने की साजिश कर रही है।
पुलिस ने हमारे किसानों पर लाठीचार्ज किया है और आंसू गैस के गोले दागे। आगे कहा कि हम सरकार से बिल्कुल भी टकराव नहीं चाहते हैं। सरकार हमारी मांगें मान ले, नहीं तो हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
कृषि मंत्री ने क्या कुछ कहा
किसानों को उग्र होता देख केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसान संगठनों को यह बात समझना जरूरी है कि जिस कानून की बात की जा रही है इस तरीके से कोई निर्णय नहीं निकाला जा सकता है। इसके बाद सबके लिए बगैर सोची समझी स्थिति के बारे में लोग आलोचना करें।
किसानों को इस बात का भी ध्यान रखना पड़ेगा आम जनजीवन को बाधित न किया जाए। मैं किसान संगठनों को यही कहूंगा किसी राजनीति से प्रेरित होकर ऐसा काम ना करें। उन्होंने कहा कि हम किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। हमें सभी पक्षों को ध्यान में रखकर बातचीत करने की जरूरत होग। मैं किसान संगठनों से अनुरोध करता हूं कि वे चर्चा का माहौल बनाए रखें।