नई दिल्लीः यूपीएससी एक एसी सिविल सेवा परीक्षा है जिसको निकालने का सपना हर कोई देखता है लोग रात दिन मेहनत करके पूरी तैयारी करते हैं तब जा कर उन्हें सफलता मिलती है। काफी ऐसे लोग भी होते हैं, जिन्हें कड़ी मेहनत के बाद भी कामयाबी की सीढ़ी नहीं मिलती है।
वहीं, एक यूपीएससी टॉपर जो सिर्फ 6 दिन ही रहा कलेक्टर, जहां एक तरफ हर कोई डीएम कलेक्टर बनने की इच्छा रखते हैं। अगर ऐसा हो जाए तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाता है, ऐसा हुआ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2012 में सेकेंड टॉपर और आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन के साथ, जिन्हें 24 जुलाई 2022 को डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर नियुक्त तो किया गया। सिर्फ छह दिन बाद 1 अगस्त को इस पद से हटा दिया गया।
2019 में आईएएस श्रीराम वेंकटरमन पर नशे में गाड़ी चलाते हुए एक पत्रकार को टक्कर मारने का आरोप लगा था। इस हादसे में पत्रकार केएम बशीर की मौत हो गई, जिससे काफी बवाल मच गया। बशीर सिराज राजधानी दिल्ली में ब्यूरो चीफ थे। केरल सरकार ने जब उन्हें अलापुझा जिला कलेक्टर बनाया तो जनता ने उनका विरोध किया। सरकार को उन्हें कलेक्टर के पद से हटाकर दूसरी जगह ट्रांसफर करना पड़ा था। इस बदलाव से उनके जीवन में काफी जादा प्रभाव पड़ा।
वेंकटरमन डॉक्टरी के पेशे से सिविल सर्विसेज में आए थे। एमबीबीएस करने के बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्ष तैयारी की और दूसरे ही प्रयास में सेकेंड रैंक हासिल की थी। हालांकि एक आईएएस अधिकारी के रूप में वेंकटरमन की का जीवन विवादों में घिरा रहा श्रीराम वेंकटरमन केरल के कोच्चि के रहने वाले थे उनकी स्कूली शिक्षा भावांश विद्या मंदिर गिरिनगर से हुई। साल 2010 में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम से एमबीबीएस किया था।
केरल में तिरुवनंतपुरम की जिला अदालत ने अक्टूबर में आईएएस ऑफिसर श्रीराम पर लगे हत्या के आरोपों को खारिज कर दिया था। साल 2020 में केरल सरकार ने श्रीराम वेंकटरमन का सस्पेंशन रद्द कर दिया था। इसके बाद श्रीराम को हेल्थ डिपार्टमेंट का ज्वाइंट सेक्रेटरी बना दिया गया। इस फैसले के खिलाफ भी खूब प्रदर्शन किया गया। उनके खिलाफ पत्रकारों संगठन, कई मुस्लिम संगठन और कई दूसरे संगठन भी प्रदर्शन करते थे। वर्तमान में वह केरल स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड में जनरल मैनेजर हैं।