नई दिल्ली- आर ए एस अफसरों के तबादले पर सियासी विवाद शुरू हो गया है। सचिन पायलट समर्थक विधायक मुकेश भास्कर ने लल्लू एसडीएम बनाए गए कार्तिकेय मीणा को भ्रष्टाचार अक्सर बताते हुए कहा कि सीएम के विशेषाधिकार पर सवाल उठाए हैं।
कार्तिकेय मेडा का तबादला बूंदे के तरह से नगर के झुनझुना एसडीएम पद पर किया गया है ट्रांसफर लिस्ट में आने के कुछ ही घंटे बाद मुकेश भाकर ने ट्वीट करके लिखा कि एसडीएम और सीएम के ओएसडी पर निशाना साधा है। भाकर ने कार्तिकेय मीणा का एक पुराना वीडियो ट्वीट करते हुए सीएम के ओएसडी पर तंग किया भाखर ने लिखा मैं मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार देवाराम सैनी का आभार व्यक्त करता हूं। जिन्होंने नौगढ़ जिले के लाडनूं में तहसीलदार और एसडीएम रहते हुए जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे जिनका आचरण इस वीडियो में देख सकते हैं। उन्हें लड़ाने में एसडीएम लगाया गया।
मैं लाडनूं की जनता को सचेत करना चाहता हूं। कि इससे बचकर रहें और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार इनकी तरह से होने वाली अभद्रता का तुरंत सार्वजनिक करें।
मुकेश भाकर ने बातचीत में कहा कि जिस अफसर को एसडीएम लगाया गया है उस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है। इस अख्तर ने तहसीलदार रहते हुए सरकारी जमीनों को निजी व्यक्ति के खाते में दर्ज किया है।
पीडब्ल्यूडी की जमीन को निजी व्यक्ति के नाम कर दिया उसकी सीधी में शिकायत हुई। भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से जिस अफसर को पहले तहसीलदार से हटा दिया गया था। उसे फिर से एसडीएम लगाया गया ईश्वर जनता आक्रोशित है।
इससे जनता के बीच सरकार की छवि खराब हो रही इससे सरकार के खिलाफ मैसेज आएगा।
कार्तिकेय मीणा पहले तहसीलदार थे मार्च 2021 में कार्तिकेय तहसील दार से प्रमोट होकर r.a.s. बने थे कार्तिकेय अप्रैल 2019 में लड़ाकू तहसीलदार नियुक्त किए गए थे साल भर में वह लड़ाकू रहे।
उस दौरान भी डॉक्टर पर कमेंट करने का विवाद लगातार उन पर बना रहा इसके बाद 2020 में उनका लड़ाकू से तबादला हो गया। और मैं प्रमोद के बाद 11 जून 2021 में उन्हें एक ही बार एसडीएम के तौर पर पहली पोस्टिंग दी गई।