Rajasthan Election 2023: सचिन पायलट के करीबियों ने क्यों छोड़ी कांग्रेस, जानिए असली वजह

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नई दिल्ली- राजस्थान में विधानसभा चुनाव की सियासत के बीच अब सचिन पायलट कैंप की एंट्री भारतीय जनता पार्टी में हो गई है। क्योंकि कांग्रेस से नाराज सचिन पायलट के समर्थक अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम रहे है। आइए हम आपको बताते हैं कि कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले ज्योति खंडेलवाल और पंडित सुरेश मिश्रा कौन है।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख 25 नवंबर तय की गई चुनाव आयोग की तरफ से यह जब फैसला आया तो उसके बाद लगातार सभी पार्टियों अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतरना शुरू कर चुकी थी। इस दौरान कांग्रेस की तरफ से अभी भले ही हंड्रेड का आंकड़ा पार नहीं हुआ है। लेकिन जितने भी प्रत्याशियों को मैदान में उतर गया है उनमें से सचिन पायलट के समर्थकों में से कुछ का टिकट काट दिया गया। जिसके बाद नाराज समर्थन भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने के लिए उनके कार्यालय पहुंचकर और बीजेपी में शामिल हो गए।

बता दे कि कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे के नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है। सबसे बड़े नेता के तौर पर और सचिन पायलट के कवि भी माने जाने वाली ज्योति खंडेलवाल और पंडित सुरेश मिश्रा ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है। भारतीय जनता पार्टी मैं शामिल होने के बाद ज्योति खंडेलवाल ने कांग्रेस पर आरोप लगाए उन्होंने टॉयलेट खेमे के नेताओं को कांग्रेस साइड लाइन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन लोगों को किनारे कर रही है। जो कांग्रेस के साथ कंधे से कंधे मिलाकर ईमानदारी से काम करते हैं।

जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें की ज्योति खंडेलवाल तकरीबन 20 सालों से राजनीति में सक्रिय है उन्होंने 2009 में जयपुर से कांग्रेस के टिकट से पहली बार नियर बनी थी। जिसके बाद उनका राजनीतिक सफर वहीं से शुरू हुआ और वहीं से वह जाने जाने लगी और तभी से वह कांग्रेस के टिकट पर ही चमक गई।

2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए स्टिंग ऑपरेशन कर ज्योति खंडेलवाल को भ्रष्ट नेता बताया गया था। इसी के तहत कांग्रेस को उनका टिकट रद्द करने की संभावनाएं दिख रही थी। इसलिए ज्योति खंडेलवाल ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया उनको डर था कि कांग्रेस पार्टी उनका टिकट काट सकती है।

ज्योति खंडेलवाल 2019 में लोकसभा का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ी थी जिसके बाद उनका जीत पाना मुश्किल हो गया था। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी वहां से चुनाव जीता था। जहां से ज्योति खंडेलवाल लोकसभा के चुनाव के लिए कांग्रेस के टिकट से मैदान में आई थी।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के दूसरे करीबी सुरेश मिश्रा माने जाते जिन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। लिया इन दोनों नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका भी महसूस किया सुरेश मिश्रा ने 2008 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से मैदान में थे।

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