नई दिल्लीः राजस्थान विधानसभा चुनाव अब कांग्रेस और बीजेपी के लिए साख का सवाल बन चुका है, जहां सभी राजनीतिक दल एड़ी से चोटी तक जोर लगा रहे हैं। कांग्रेस सीएम अशोक गहलोत द्वारा कराए गए विकास कार्यों पर वोट मांग रही है तो बीजेपी राज्य की कानून व्यवस्था खराब होने का आरोप लगा रही है।
यहां 25 नवंबर को वोटिंग होनी है, जिससे पहले तमाम केंद्रीय नेता लैंडिंग कर वोटों की अपील कर रहे हैं। इस बीच सीएम अशोक गहलोत को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है। यह मामला उनके नामांकन शपथ पत्र से जुड़ा है, जो हर किसी को हैरान करने के लिए काफी है। गहलोत पर बीजेपी के एक कार्यक्रता ने नामांकन शपथ पत्र में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है।
जानिए क्या है मामला
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। इसके बाद बीजपी कार्यकर्ता रणजीत सिंह ने सीएम गहलोत के खिलाफ नामांकन के शपथ पत्र में गलत जानकारी देने का का आरोप लगाया है।
साथ ही इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी, देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त और राज्य के निर्वाचन अधिकारी को भेजी है। इसके साथ ही अधिकारीक ने आपत्ति भी दर्ज कराई है। शिकायत कर्ता ने आरोप लगाया कि सीएम अशोक गहलोत ने शपथ पत्र में जिन आपराधिक मामलो की जानकारी दी है, उसमें कुछ मामले छुपाए गए हैं।
बीजेपी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष नाथू सिंह राठौड़ के अनुसार यह शिकायत ऑनलाइन दर्ज कराई गई है। वैसे अभी इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है। अगर यह आरोप सच होते हैं तो अशोक गहलोत की मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं।
शिकायत कर्ता ने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत के खिलाफ जयपुर के गांधी नगर थाने में एक मामला 2015 से दर्ज है। न्यायालय में अगली सुनवाई 24 नवंबर को लंबित होगी। इस से पहले रिटर्निंग अधिकारी ने सामान्य प्रक्रिया के तहत अन्य प्रत्याशियों के साथ-साथ नामांकन जांच के बाद सीएम अशोक गहलोत का भी नामांकन स्वीकार कर लिया।
जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव की सरगर्मी देशभर में दिख रही है। राज्य में 25 नवंबर को पोलिंग होना है, जिससे पहले सभी राजनीतिक दल एड़ी से चोटी तक जोर लगा रहे हैं। चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे।