नई दिल्ली– राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज और हर पार्टी पूरी तरह से जीत का दावा कर रही इस बीच भारतीय जनता पार्टी भी चुनाव मैदान में पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वाक्यांश इस समय खूब चर्चा में बना हुआ है। अपने राजस्थान दौरे पर 9 महीने पहले पहुंचे थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां पर गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण के मालासेरी डूंगरी में मोदी ने दान किया था दान पत्र में जो लिफाफा डाला गया था। अब वह चर्चा का विषय बन गया है। आखिरकार उसे लिफाफे में क्या है नीचे खबर में चाहिए
जानकारी के लिए आपको बता दे की लिफाफा गुर्जर समाज के आराध्य देव माने जाने वाले देवनारायण की मालासेरी डूंगरी में प्रधानमंत्री अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे जहां पर उन्होंने दर्शन किया था और दान पत्र में लिफाफा डाला था। या लिफाफा उन्होंने 1111 प्रेक्टिस दिवस के मौके पर डाला था। बताया जा रहा है कि यह लिफाफा 28 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने दर्शन करने के दौरान दान पत्र में डाला था। जिसके 9 महीने बाद यानी की 25 सितंबर को या लिफाफा खोला गया। जिसको लेकर लोगों में पड़ी उत्सुकता थी।
जिस मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दर्शन करने के बाद लिफाफा डाला था। उसे मंदिर का नाम मालासेरी डूंगरी और यहां के पुजारी ने मीडिया के सामने लिफाफा खोलते हुए बताया कि इस लिफाफे में 21 रुपए निकले यही नहीं उन्होंने और आगे कहा कि हेमराज पोसवाल ने यह कहा कि वीडियो में जो सफेद लिफाफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डाल रहे हैं। उसी से अंदाजा लगाया जा रहा है। कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा डाले गए लिफाफा में 21 रुपए निकाले है।
यही नहीं मंदिर के पुजारी ने आगे बताया कि दो लिफाफे और मिले जिसमें एक में 101 रुपए पड़ा हुआ है। और दूसरे में 2100 रुपए निकले लेकिन अंदाजा इसलिए इस पर लगाया जा रहा है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जो लिफाफा दान पत्र में डाला जा रहा था वह सफेद कलर का था। और सफेद कलर के लिफाफे में 21 रुपए मिले है।