नई दिल्लीः पाकिस्तान भले ही आतंकवादी गतिविधियों से परेशान हो, लेकिन अब उसके वैज्ञानिक भी भारत के नक्शे कदम पर चलकर नाम रोशन करने की होड़ में जुटे हैं। पाकिस्तान की अंतरिक्ष संस्था नए-नए मुकाम बनाने काम कर रही है, जिसकेच लिए बड़े-बड़े कदम उठा रही है।
पाकिस्तान ने बीते दिन बुधवार को स्वदेशी सॉकेट प्रणाली फतह-2 का सफलता पूर्वक परीक्षा करने का दावा किया है। सेना ने खुद यह जानकारी साझा की है। सेना के लिए काम करने वाली मीडिया शाखा ने इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने एक बयान बताया कि यह रॉकेट प्रणाली 400 किलोमीटर की दूरी तक किसी भी लक्ष्य को सटीकता के साथ भेदने में सक्षम है। कहा गया कि परीक्षा के दौरान सेा के तीनों अंगों के वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक और इंजीनियर मौजूद थे।
जानिए कब भरी थी उड़ान
पाकिस्तान ने अक्टूबर महीने के आखिर में बैलिस्टिक मिसाइल हथियार प्रणाली अबाबील के उड़ान परीक्षा के एक सप्ताह बाद गौरी हथियार प्रणाली का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्रक्षेपण किया था। जानकारी के लिए बता दें कि अगस्त 2021 में, पाकिस्तान ने स्वदेशी फतह-1 रॉकेट प्रणाली का सफल परीक्षण करने में कामयाब हुआ था।
अब बताया जा रहा है कि पाकिस्तान अपने हथियारों को यूक्रेन को सप्लाई करने का काम कर सकता है। साल की शुरुआत में कई रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान यूक्रेन को मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर में इस्तेमाल होने वाले 10 हजार से ज्यादा रॉकेट की आपूर्ति करने काम किया गया था।
खराब पाकिस्तान के हथियार की क्वलिटी
कुछ ही दिन बाद यूक्रेनी कमांडर ने जानकारी मेमं कहा था कि पाकिस्तान से आपूर्ति किए गए कोला बारूद अच्छी क्वालिटी के नहीं थे। बीते साल यूके ने कथित तौर पर भूमध्य सागर में ब्रिटिश एयर बेस से रोमानिया के अवराम इंकू क्लुज हवाई अड्डे तक यूक्रेन जाने वाले हथियारों को स्थानांतरित करने के लिए रावलपिंडी में पाकिस्तानी वायुसेना का इस्तेमाल किया।