नई दिल्ली- ओमप्रकाश राजभर एक्टिव मोड में नजर आ गए है। राजभर ने लखनऊ से बलिया एक कर दिया ओम प्रकाश राजभर बीजेपी के साथ पूर्वांचल की किन सीटों का समीकरण बदल सकते हैं। उन सीटों को लेकर प्लान क्या है। 2019 चुनाव में बीजेपी को मात मिली थी।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने के बाद एक्टिव मोड में नजर आ रहे है। सीएम योगी से लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष तक से मुलाकात के बाद राजभर ने पूर्वांचल के उन 6 लोकसभा सीटों पर फोकस करने की बात कर रही कही है। जहां 2019 में बीजेपी को मात मिली थी।
उन्होंने कहा कि हमारा प्लांट पूर्वांचल में अपने चुनाव अभियान का आगाज उन्हीं सीटों से करने का है। जहां पिछली बार बीजेपी हार गई थी। आजमगढ़ जिले के लालगंज लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा करने का प्लान है। सीएम योगी को इसके लिए प्रस्ताव दिया गया।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के जरिए भी प्रस्ताव जेपी नड्डा को भेजा गया है। उनके इस बयान से संकेत साफ है कि बीजेपी और सुभाष पा के गठबंधन का पूरा फोकस पूर्वांचल की 1 सीटों पर है जहां पिछली बार बीजेपी हार गई पूर्वांचल में बीजेपी की सीट कितने ही राजभर की एनडीए में वापसी का आधार तैयार किया राजभर ने भी लखनऊ से बलिया तक एक कर दिया है।
यूपी में करीब 4 पीस दी राजभर पूर्वांचल के 25 जिलों में 26 लोकसभा सीटें है। और इनमें 18 जिले में राजभर अच्छी संख्या में है। राजभर मतदाता करीब दर्जनभर लोकसभा सीटों पर जीत हार तय करने में निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में है। ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने 2019 के चुनाव में 19 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। तो भाजपा का एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। लेकिन 8 सीटें ऐसी थी। जहां पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी।
भाजपा के 19 उम्मीदवार को कुल मिलाकर तीन लाख से कम वोट मिले थे यह आंकड़ा बताता है। कि सुभाष पा अकेले दम जीतने की स्थिति में नहीं लेकिन उसका वोट बैंक अगर बीजेपी जैसी पार्टी के साथ चला जाए तो जीत की राह आसान हो सकती राजभर वोट बैंक की बसपा की तरह d-day खेल रहा है। ऐसे में बीजेपी को लगता है। कि वह राजभर के साथ मिलकर इस बार 2024 में फतह हासिल कर सकते हैं।