नई दिल्ली। बिहार में इस समय सियासी हलचल और तेज हो गई है। खबरों की मानें तो नीतीश 28 जनवरी को बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदल सकते हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हाथ मिला सकते हैं।
अगर नितेश कुमार महागठबंधन (जद(यू), राजद और कांग्रेस से युक्त महागठबंधन) का हिस्सा लालू यादव की राजद को छोड़ देते हैं, तो यह लोकसभा चुनाव से पहले I.N.D.I.A ब्लॉक की एकता के लिए एक बड़ा झटका होगा।
अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है, खासकर कल के एपिसोड के बाद जब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने वंशवाद की राजनीति पर मुख्यमंत्री की टिप्पणी के बाद उन पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए। गुरुवार को दो प्रमुख बैठकें हुईं – एक दिल्ली में अमित शाह की अध्यक्षता में और दूसरी पटना में नीतीश कुमार की अध्यक्षता में। फिलहाल, अभी तक नीतीश कुमार ने I.N.D.I.A से नाता तोड़ने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
#WATCH पटना (बिहार): केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने RLJD प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा से मुलाकात की। pic.twitter.com/BcGJSZit8T
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 26, 2024
बिहार में सियासी उठापटक
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बिहार की सियासी स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार यदि यहां रहते, तो प्रधानमंत्री बन सकते थे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को गठबंधन के संयोजक बनाया जा सकता था।
#WATCH कन्नौज: बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "…हमें उम्मीद है कि नीतीश कुमार NDA में नहीं जाएंगे और नीतीश कुमार INDIA गठबंधन को मजबूत करेंगे।" pic.twitter.com/BMYKH0YfUz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 26, 2024
अखिलेश की सलाह: कांग्रेस को आगे बढ़ना चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस को आगे बढ़ना चाहिए और इंडिया गठबंधन के साथ तत्परता दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में रहें और उनकी नाराजगी की वजह को समझने का प्रयास किया जा सकता है। उन्होंने सीटों के बंटवारे को लेकर कहा कि यह समय है सभी पार्टियों के बीच समझौते का। इससे प्रत्याशी अपने क्षेत्रों में सशक्त हो सकते हैं। अखिलेश ने प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं होने का स्पष्टीकरण किया और राहुल गांधी के साथ कैंपेन का कोई तय नहीं किया। उन्होंने कहा कि समय ही बताएगा कि कौन इस पद पर बैठेगा।
राम मंदिर पर टिप्पणी: भाजपा कर रही है राजनीति
अखिलेश यादव ने राम मंदिर के सवाल पर भाजपा को कटिबद्धता बताते हुए कहा कि भाजपा इससे राजनीति कर रही है और यह उनकी राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश है। इस बयानबाजी के साथ, अखिलेश यादव ने उठापटक में बिहार की सियासी माहौल को चुनौती दी है।
#WATCH दिल्ली: बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "..अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी… अभी देखते हैं कि क्या-क्या हो रहा है।" pic.twitter.com/y525712vvv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 26, 2024
बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, “..अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी… अभी देखते हैं कि क्या-क्या हो रहा है।”