नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश का नाम आते ही सबसे पहले अगर कुछ याद आता है। तो वो आता है। बिखरू कांड जहां पर एक साथ आठ पुलिस वालों की हत्या कर दी गई थी। माफिया विकास दुबे और उसकी पूरी गैंग ने ताबड़तोड़ पुलिस टीम पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।
बता दे की कानपुर देहात जिले के एक विशेष अदालत ने 3 साल पहले चौबेपुर थाना क्षेत्र में हुई बिखरू कांड के 23 आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुना दी है। यही नहीं उन पर 50-50 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है।
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आपको बता दे की सरकारी वकील अमर भदोरिया ने बताया कि इस पूरे मामले में सभी पर बराबर के आरोप थे। गैंगस्टर मामले में कोर्ट से दोष मुक्त हुए सात आरोपियों के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की जाएगी। वही कोर्ट से जेल जाते कुछ आरोपी तो सोते दिखाई दिए वहीं कुछ दोष मुक्त आरोपी हंसते हुए भी दिखाई दिए है। जिनकी तस्वीर भी निकाल कर सामने आई है।
आपको बता दे जुलाई 2020 का समय था 23 जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उनके गुरुओं ने गोलीबारी कर 8 पुलिस वालों को मौत के घाट उतार दिया इसके बाद शुरू हुआ विक्रम कांड का अलग अध्याय पुलिस पूरे मामले में 44 लोगों पर मामला दर्ज किया था यानी की 44 लोगों को आरोपी बनाया गया था जिसमें मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत कई लोगों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था।
बता दे की पुलिस ने तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए थे गैंगस्टर एक्ट के तहत यह कार्यवाही की गई थी। जिसमें एक में 30 दूसरे में 30 गैंगस्टर मामले में नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था इसमें कुछ महिलाएं भी शामिल है।