नई दिल्ली- पूरे देश में इंडिया की जगह भारत नाम के शब्द से हलचल मची हुई है। सभी राजनीतिक पार्टियों सत्ता पक्ष यानी कि बीजेपी पर हमलावर है। विपक्ष लगातार कह रहा है कि इंडिया को भारतीय जनता पार्टी खत्म करना चाहती है। इसके लिए लगातार नाम बदलती हुई नजर आ रही है। लेकिन सत्ता पक्ष का कहना है कि नाम बदलने की मेरी कोई सोच नहीं है।इंडिया से ज्यादा बेहतर नाम भारत लगता है। अब हम आपको बता दे कि आखिरकार इंडिया से भारत नाम शब्द का सुझाव कहां से आया किसने इसका सुझाव दिया
बीते सप्ताह आरएसएसके संघ संचालक मोहन भागवत एक कार्यक्रम में पहुंचे देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था की इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करने का हमारा अनुरोध है।
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इसके बाद लगातार एक के बाद एक से एक एक्शन सामने आ रहे है। आपको बता दे की RSS की राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने आनन फानन प्रेसिडेंट और प्राइम मिनिस्टर के नाम के बाद भारत का शब्द इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इसके बाद चारों तरफ हंगामा मच गया विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया।
बता दे कि जैसे ही संघ प्रमुख ने जब इंडिया शब्द का इस्तेमाल शुरू किया तो ऐसा नहीं था। कि वर्तमान समय में राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कोई टिप्पणी कर रहे थे बल्कि 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के सालों से ही लगातार RSS हमेशा से इंडिया की बजाय भारत शब्द का इस्तेमाल करता रहा है।
यानी कि जब देश को आजादी नहीं मिली थी उससे पहले ही आरएसएस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लगातार इंडिया की जगह भारत नाम का इस्तेमाल ही करता आ रहा है। क्योंकि उनको लगता है या शब्द उनको उनकी संस्कृति और भाषा से अधिक गहराइयों के साथ जोड़ने का काम करता है। या भावना इंडिया शब्द के साथ नहीं जुड़ी हुई है।
जैसे ही इंडिया नाम का शब्द सामने आया और प्राइम मिनिस्टर प्रेसिडेंट के नाम के आगे भारत लिखा गया वैसे ही विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया।