Loksabha chunav: दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में वोट की आहुति देने के लिए चुनाव आयोग ने सात चरणों में मतदान कराने का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग ने जब से ऐलान किया है, तब से सभी राजनीतिक दलों ने दिन रात एक कर दिया है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं।
पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होनी है, जिसकी नामांकन प्रकिया आज से शुरू हो चुकी है। पहले चरण में जिन सीटों पर चुनाव होना है, उनमें कुछ पार्टियों ने उम्मीदवार भी नहीं उतारे गए हैं। इसमें यूपी की पीलीभीत सीट की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, क्यंकि यहां से बीजेपी के वरुण गांधी सांसद हैं।
अपनी पहली और दूसरी लिस्ट में बीजेपी ने प्रदेश की 51 सीटों पर उम्मीदवारों को ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं इन 51 सीटों पर सीटिंग सांसदों के भी टिकट सबसे ज्यादा दिए गए हैं। वरुण गांधी का नाम नहीं होने से कयास लग रहे हैं कि बीजेपी उनकी जगह किसी और बड़े चेहरे पर दांव लगा सकती है।
वरुण गांधी की जगह इस दिग्गज को दिया जा सकता है टिकट
बीजेपी के सूत्रों से मिल जानकारी के मुताबिक, बीजेपी पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काटकर सबको चौंका सकती है। वरुण गांधी के स्थान पर यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया जा सकता है। जितिन प्रसाद का पीलीभीत से पुराना नाता है, जहां से वे टिकट भी मांग रहे हैं।
इतना ही नहीं उनकी गिनती राहुल गांधी के करीबी नेताओं में होती है, जिन्होंने कुछ साल पहले ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा था। अब सवाल उठ रहा है कि बीजेपी वरुण गांधी का टिकट काटती है तो फिर वे किस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। ऐसी स्थिति में क्या वे सपा से टिकट लेकर चुनावी समर में कूदेंगे, ऐसे कई बड़े सवाल बने हुए हैं।
बीजेपी के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं वरुण गांधी
कुछ साल पहले बीजेपी सांसद वरुण गांधी बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में गिने जाते थे। इतना ही नहीं उन्हें यूपी के भावी सीएम के तौर पर भी देखा जाता है, लेकिन वक्त का पहिया ऐसा बदला कि वे अपनी पार्टी में ही हाशिए पर आते चले गए।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी को बंपर बहुमत मिला तो राज्य का सीएम योगी आदित्यनाथ को चुना गया। बीते कुछ सालों की बात करें तो वरुण गांधी किसान आंदोलन, बेरोजगारी समेत तमाम मुद्दों पर काफी मुखर रहे और यूपी व केंद्र की अपनी ही सरकारों पर हमला बोलते रहे।