नई दिल्ली– 2024 में लोकसभा चुनाव जिसको लेकर पूरे देश की राजनीतिक पार्टियों एक बार फिर से पूरी ताकत से चुनाव मैदान में है और अपनी अपनी जीत का दावा करती हुई नजर आ रही है। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक उत्तर प्रदेश में अपना डेरा जमा कर बैठे हुए अब उनको मुस्लिम प्रेम नजर आ रहा है। लिए हम आपको नीचे खबर में बताते हैं कि क्या रणनीति किस तरीके की बातें निकाल कर आ रही हैं
हम आपको बता दे कि यह पहली बार हुआ जब आरएसएस यानि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हिंदुओं से हटकर गैर हिंदुओं के प्रति भरोसा जगा हैं अब आरएसएस कार्यकर्ता मस्जिदों के मतवाली और मौलवियों से संवाद करेंगे।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की मोहन भागवत अवध प्रांत की एक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे जहां पर उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक प्रेम को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
मोहन भागवत ने आगे कहा कि सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता गुरुद्वारा चर्च और मस्जिदों के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करेंगे और अवध प्रांत की कार्यकारिणी की बैठक में रस की शताब्दी वर्ष कार्यक्रम पर भी अलग सी चर्चा की गई हैं।
बता दे की 2024 का चुनाव करीब आते ही उत्तर प्रदेश पर आरएसएस विशेष तौर पर ध्यान दे रहा है। यहां पर जिला प्रचारक और क्षेत्र प्रचारकों के साथ बैठकर हो रही है। इस दौरान संघ के कामकाज की समीक्षा करने के लिए और फीडबैक लेने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक उत्तर प्रदेश पहुंचे थे। और अपने शताब्दी वर्ष 2025 तक को संगठन की मदद से समाज के अलग-अलग वर्गों में पेट बनाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है।