नई दिल्ली- 2024 लोकसभा चुनाव की सियासत तेज हो गई है। इस बीच अब उत्तर प्रदेश की चर्चा भी तेज है। चर्चा इसलिए तेज है क्योंकि उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है। जहां से देश के प्रधानमंत्री चुने जाते हैं। 2014 से लेकर 2024 आने वाला है। अभी तक पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी से सांसद और देश के प्रधानमंत्री के तौर पर देश का नेतृत्व कर रहे हैं। हम आपको बताते हैं कि कांग्रेस का वर्चस्व उत्तर प्रदेश में कितना बड़ा है क्या नेताओं की वापसी होना शुरू हो गई है।
एक बार फिर कांग्रेस उत्तर प्रदेश में मजबूत तौर पर देखने को मिलेगी क्योंकि यहां पर कुछ बड़े दिग्गज नेता कांग्रेस में घर वापसी करने वाले हैं। जो कि पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी को कमजोर समझ कर पार्टी को छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो गए थे। अब सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता लग रहा है। कि वह नेता एक बार फिर से कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
कांग्रेस जमीन पर उतरकर हर बुत मजबूत करने के संकल्प के तहत जनता के बीच में जा रही लगातार कांग्रेस जाति समुदाय को छोड़कर जमीनी स्तर पर काम करती हुई दिखाई दे रही है।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की कुछ दिन पहले कांग्रेस के पूर्व विधायक गया दीन अनुरागी दिल नगर से पूर्व भारतीय जनता पार्टी एमएलए पशुपति राय कांग्रेस का दामन थाम चुके ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है। कि अनुरागी प्रभावशाली दलित नेता अगर 2021 की बात करें तो उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा था। और यही नहीं हमीरपुर की रात सीट पर उनका खास प्रभाव भी माना जाता है।
लोगों का कहना है कि जब से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली तब से जनता का रुझान कांग्रेस की तरफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। यही नहीं कई बार तो यह भी कहा गया कि अब कई ऐसे नेता है जो कि दूसरे दल के अब वह कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। कुछ मुस्लिम बड़े चेहरे जो कि कांग्रेस का दामन थामने और कांग्रेस में वापसी करना चाहते हैं।
अगर कुश्ती पहले की बात करें तो यहां पर मुस्लिम समाज के बड़े नेता और बड़े चेहरे माने जाने वाले इमरान मसूद कांग्रेस में वापसी कर चुके हैं 2022 के विधानसभा चुनाव में इमरान मसूद समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। लेकिन उनको समाजवादी पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दिया गया जिससे वह लगातार नाराज चल रहे थे। जिसके बाद वह बसपा में शामिल हुए और फिर उन्होंने कांग्रेस में वापसी कर ली है।
जब से कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली है। तब से लगातार कांग्रेस के नाराज नेता कांग्रेस में वापसी करते हुए नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लगातार कहते हैं। कि भारत जोड़ो यात्रा से भारत की जनता जुड़ी और हिमाचल कर्नाटक प्रदेश चुनाव में कांग्रेस को इसी के चलते जीत हासिल हुई।
अब देखने वाली बात यह होगी कि 2024 को लेकर किस तरीके की गणित निकलकर सामने आती है। और किस उत्तर प्रदेश में फतेह मिलती है। और कितने सीटें कांग्रेस के खाते में जाती है। और कितनी भारतीय जनता पार्टी के खाते में जाती है।