नई दिल्ली – महाराष्ट्र में चल रही चाचा भतीजे की राजनीतिक लड़ाई अब बिहार में भी प्रवेश करती हुई नजर आ रही है। यहाँ हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर केंद्रीय मंत्री रहे स्वर्गीय राम विलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पासवान और बेटे चिराग पासवान आमने सामने नजर आ रहे है।
दरअसल बता दे कि बुधवार को रामविलास पासवान की जयंती पर चिराग पासवान ने ऐलान किया है। कि वह गाजीपुर लोकसभा सीट से साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरेंगे चिराग ने कहा कि यह मेरे पिता की विरासत है। स्वर्गीय राम विलास पासवान के भाई केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पासवान ने कहा मैं तो वहां का सांसद हूं। और मेरे बड़े भाई ने हाजीपुर सिटी मुझे दी थी। इसलिए यहां से लोकसभा चुनाव तो मैं ही लडूंगा।
बता दे कि केंद्रीय मंत्री ने अपना बयान देते हुए कहा कि मैं साल 2019 में चुनाव नहीं लड़ना चाहता था। तब भैया ने कहा कि चुनाव लड़ो उसके बाद जब ने चुनाव लड़ा था। उस समय चिराग को उन्होंने हाजीपुर की सीट नहीं दी थी। तो अब मैं ही इसका हकदार हूं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि चिराग पासवान कहां है। इसका पता उन्हें खुद नहीं वह खुद कहते हैं कि मैं किसी गठबंधन में नहीं हूं। पारस ने यह भी कहा कि चिराग कि एनडीए से कोई बातचीत नहीं हो रही जनाधार मेरे पास है। तारापुर और कुशेश्वर अस्थान उपचुनाव में यह साबित हो गया है। कि भविष्य में हम चाचा भतीजा एक नहीं हो सकते क्योंकि कोई पार्टी टूटती है तो मिलकर काम नहीं करती लेकिन यहां तो दिल टूटा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चाचा भतीजे की लड़ाई और है। बिहार में हम चाचा भतीजे की लड़ाई अलग है।
बता दें कि महाराष्ट्र की सियासत में 2 जुलाई के दिन बड़े उलटफेर वाला दिन रहा एनसीपी नेता ने पार्टी से बगावत कर डिप्टी सीएम पद की शपथ ली उन्होंने दावा किया कि पार्टी के 40 विधायक उनके साथ हैं। अजीत ने नौ अन्य नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई। डिप्टी सीएम बनते ही अजित पवार ने तुरंत अपने टि्वटर बायो भी बदल दिया था। अजित पवार ने अपने पोलिटिकल कैरियर में अब तक पांच बार डिप्टी सीएम की शपथ ले चुके हैं। जबकि वह पिछले 4 साल में तीसरी बार उप मुख्यमंत्री बन चुके 2 जुलाई 2023 को डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने से पहले अजीत ने साल 2019 में भी इसी पद की शपथ ली थी। लेकिन बतौर डिप्टी सीएम उनका कार्यकाल सबसे छोटा था।