नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव की वोटिंग तो खत्म हो गई, जिसके बाद सभी दलों के अपने-अपने दावे हैं। राजस्थान में सत्ता चला रही कांग्रेस 32 साल का रिकॉर्ड तोड़कर द्वारा सरकार बनाने का दावा कर रही है तो बीजेपी भी दावा ठोकने में उससे पीछे नहीं है।
राजस्थान बीजेपी की ओर से राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया जा रहा है। अब जनता किसे अपना सरताज बनाती है तो तस्वीर 3 दिसंबर को ही साफ हो पाएगी। अब सवाल उठ रहा है कि बीजेपी को राजस्थान की जनता आशीर्वाद देती हैं तो उनकी ओर से राज्य का सीएम कौन होगा।
यह बड़ा सवाल बना हुआ है। अभी बीजेपी की ओर से सीएम पद को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है, लेकिन दावे किसके मजबूत हैं यह देखना होगा। इसके लिए आपको हमारा आर्टिकल ध्यान से पढ़ना होगा।
बीजेपी सत्ता में आई तो कौन होगा सीएम?
भारतीय जनतार पार्टी के नेताओं ने राजस्थान चुनाव जीतने के लिए कोई कसर अधूरी नहीं छोड़ी। रण में पीएम मोदी से लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व गृहमंत्री अमित शाह ने भी जमकर ताकत लगाई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कई जनसभा कर वोट मांगे।
इतना ही नहीं इन सभी नेताओं ने रोड शो कर जनता को लुभाने की पूरी कोशिश की। सीएम पद के दावेदारों की बात करें तो क्या इस बार वसुंधरा राजे को यह कमान मिलेगी। वैसे कई ऐसे नाम हैं जो बीजेपी की ओर से सीएम की रेस में माने जा रहे हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने अभी किसी पर भी सहमति बनी जताई है।
चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व सीएम वसुंधार राजे अपनी नाराजगी जरूर जाहिर कर चुकी हैं। एक जनसभा में उन्होंने राजनीति से सन्यास लेने तक बात कहकर सबको चौंका दिया था। राजीतिक पंडितों की माने तो इस बयान को केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव डालने की कोशिश करार दिया था।
अमित शाह ने किया बड़ा इशारा
राजस्थान विधानसभा चुनाव में जनसभा कर सत्ता से बाहर बीजेपी में जान फूंकने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लगातार प्रचार में जुटे रहे। उन्होंने जनसभा के साथ रोड शो कर जनता से वोट भी मांगे। इस दौरान उनसे प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सीएम पद की रेस को लेकर सवाल किया गया तो पलड़ा झाड़ते नजर आए। उन्होंने साफ कहा कि सीएम कौन होगा, यह विधायक दल की बैठक में तय किया जाएगा। संसदीय बोर्ड सीएम के नाम की घोषणा करेगा।