नई दिल्ली- इंडिया गठबंधन के नेताओं का आज माया नगरी मुंबई में जमावड़ा लगा है। 28 पार्टी के 62 नेता महाराष्ट्र की राजधानी में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 2024 जीत की हैट्रिक लगाने से कैसे रोके.?इस बात पर मंथन करेंगे। विपक्ष की इस मीटिंग से पहले प्रधानमंत्री पद के लिए कई दावेदार सामने आ गए है। तो वहीं राज्यों में भी अलग जंग छिड़ी हुई है।
विपक्षी गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा. ? इसे लेकर राजनीतिक दलों में अपने-अपने नेता का नाम आगे करने की मानो होड़ मची हुई है। मुंबई बैठक से ठीक 1 दिन पहले की बात कर तो प्रधानमंत्री पद के लिए तीन दावेदारों के नाम सामने आ गए है। आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता ने पीएम पद के लिए अरविंद केजरीवाल का नाम आगे कर दिया है। इसके कुछ ही घंटे बाद सपा प्रवक्ता जूही सिंह अखिलेश को, शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने उद्धव ठाकरे को प्रधानमंत्री पद के योग्य बताया है।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम भी पीएम पद के लिए सामने आ चुका है। नीतीश कुमार की दावेदारी के भी चर्चा तेज चल रहे है। हालांकि बेंगलुरु बैठक में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सांप कहा था। कि कांग्रेस की सत्ता या पीएम पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। इसके बाद पीएमसी ने प्रधानमंत्री पद के लिए ममता बनर्जी का नाम आगे कर दिया था। विपक्षी गठबंधन के लिए पीएम फेस की रार सुलझाना बड़ी चुनौती होगी।
इन सबके बीच यह भी बहस छिड़ गई है की सीट शेयरिंग का मसाला कैसे सुलझेगा। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मुंबई बैठक से पहले सीट शेयरिंग को लेकर एक बयान आया था। विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की मुहिम की अगवाई करने वाले नीतीश कुमार ने संयोजक पद के लिए अपनी दावेदारी की अटकलें को खारिज करते हुए कहा कि मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए संयोजक कोई भी बने। हम तो बस ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एकजुट करना चाहते हैं।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मुंबई की बैठक में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा जरूर होगी। नीतीश कुमार के इस बयान के पास खबरें आई कि विपक्षी दलों ने ऐसी 450 सिम चिन्हित कर ली जहां साझा उम्मीदवार उतारने की तैयारी है। इसमें उड़ीसा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की लोकसभा सिम शामिल नहीं है। इन तीनों राज्यों की प्रमुख पार्टियों की बात करें तो उड़ीसा की सत्ताधारी नवीन पटनायक की बीजू जनता दल, तेलंगाना से के सी आर पार्टी भारत राष्ट्र समिति यानी बरस और आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस या विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी में से कोई भी पार्टी विपक्षी गठबंधन में शामिल नहीं है।