नई दिल्ली Government Scheme: केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा काफी सारी स्कीम चलाई जा रही हैं जिनका लाभ असल में आर्थिक रुप से कमजोर और असाहय लोगों को मिल रहा है। बता दें सरकार ने देश के घरों को पॉल्यूशन मुक्त बनाने के लिए उज्जवला स्कीम की शुरुआत की है। इसी में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेडल (EESL) खाना बनाने के ईको फ्रेडली तरीकें को बढ़ावा देनेके लिए बहुत ही जल्द एक राष्ट्रीय कार्यक्रम की शुरुआत करेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस कार्यक्रम के जरिए सरकार मार्केट में कम कीमत में इंडक्शन चूल्हा और इंडक्शन प्रेशर कुकर की सेलिंग करेगी। EESL बहुत ही जल्द पर्यावरण के अनुकूल तरीके से खाना पकाने का राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरु करेगी।
इसे भी पढ़ें- Nirahua – Aamrapali Top 10 Songs: रात के 2 बजे निरहुआ और आम्रपाली ने अपने रोमांस से मचाया भूचाल, दहल उठा इंटरनेट
लोगों की समस्याओं का होगा समाधान
बता दें देश में अभी भी ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर LPG पहुंचाने में समस्या आ रही है, जबकि वहां पर बिजली की समस्याओं से छुटकारा मिल गया है। इस कार्यक्रम से खास तौर पर उन्हीं इलाकों पर ध्यान दिया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक EESL अब पर्यावरण अनुकूल तरीके से खाना पकाने का कार्यक्रम चालू करने की तैयारी में है। इसमें लोगों को कम कीमत में बिजली से चलने वाला इंडक्शन चूल्हा और इंडक्शन प्रेशन कूकर दिया जाएगा। इस कार्यक्रम को लेकर सरकार ने कहा है कि इसके तहत इंडक्शन चूल्हा और इंडक्शन प्रेशर कुकर मार्केट की कीमत से 20 से 30 फीसदी कम में मिलेगा। इस कार्यक्रम को लेकर सभी राज्य सरकारों से बात हो रही है। इसके बाद ही सरकार इस बारे में फैसला करेगी।
इसे भी पढ़ें- गर्मी में सर्द हवा का अहसास देंगे ये सस्ता Mini AC, महंगा Air Cooler लाने की जरूरत नहीं
कम कीमत में LED देने की हो रही योजना
EESL बिजली खपत को कम करने के लिए काफी सारे कार्यक्रम को चला रही है। इसमें कम कीमत में LED बल्ब देने के लिए उजाला कार्यक्राम, स्मार्ट मीटर कार्यक्रम, घरों में बिजली युक्त बनाने के लिए काफी सारे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। EESL आधिकारियों के मुताबिक, इन स्कीम्स से साल में 52 अरब यूनिट बिजली की खपत को कम करने में सहायता मिली है। इसके साथ में साल में 11,200 मेगावाट बिजली की डिमांड को कम करने और 4.55 करोड़ टन कार्बन पनपने में कमी लाने में मदद मिली है। EESL की ये पहले देश के लोगों के लिए काफी कामगार साबित हो रही है।