नई दिल्लीः पंजाब से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ निकले किसान दिल्ली जाने पर अड़े हैं। किसानों को हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर रोक रखा है, जहां उनके ऊपर आंसू गैस के गोले दागने के साथ वाटर कैनन का प्रयोग किया। शंभू बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन का आज तीसरा दिन है, जो दिल्ली निकलने पर अड़े हैं।
दूसरी तरफ दिल्ली बॉर्डर को भी किसानों ने सील कर दिया है, जिससे शहर में किसी तरह का माहौल खराब ना हो। दूसरी तरफ सरकार की तरफ से बीच का रास्ता निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन किसान संगठन अपनी मांगों पर अड़े हैं। खबर है कि किसान संगठनों और केंद्र सरकार बीच तीसरे राउंड की बातचीत आज होगी, जहां कोई ना कोई समाधान निकलने की उम्मीद लगाई जा रही है। बातचीत की टेबल पर सरकार की तरफ से कुछ मंत्रियों के शामिल होने की चर्चा है।
बातचीत में यह नेता रहेंगे शामिल
किसान दिल्ली नहीं पहुंचे और आंदोलन खत्म हो जाए, इसके लिए आज तीसरे दौर की बातचीत होगी। इस बैठक में केंद्र सरकार की ओर से कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल होने हैं। मंगलवार को भी दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर कृषि मंत्री मुंडा समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने बैठक हुई, लेकिन किसी तरह का निर्णय नहीं हो सका।
यह भी समझा गया कि कैसे बातचीत का क्रम आगे बढ़ाया जाए? इसके बाद तय हुआ कि अब किसानों को मनाने के लिए सरकार ने बातचीत के दरवाजे खुल रखे जिसका आज तीसरा राउंड होगा। सरकार की तरफ से किसानों को मनाने की कोशिश की जाएगी। सरकार यह जानती है कि किसान अगर आंदोलन पर डटे रहे तो आगामी लोकसभा चुनाव में इसका नकारात्मक संदेश जा सकता है।
किसान बोले- बिना समाधान के नहीं खत्म होगा आंदोलन
दिल्ली चलो के लिए घरों से निकले किसानों ने साफ कर दिया कि बिना समाधान के वे पीछे नहीं हटने वाले हैं। इतना ही नहीं बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इन बैरिकेड्स को तोड़ने और हटाने के लिए किसान जरूरी संसाधन भी इकट्ठा करने लगे हैं।
शंभू बॉर्डर पर हजारों किसान राशन-पानी के साथ डटे हुए हैं। पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर का कहना है, हम आज पूरी तरह से सकारात्मक मूड में बैठक में शामिल होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि बैठक में कोई रास्ता निकलेगा। इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री मुंडा ने कहा था कि जल्दबाजी में एमएसपी पर कानूनी नहीं बनाया जा सकता है।