नई दिल्ली- राजस्थान में साल के आखिरी में चुनाव है। जिसको लेकर कांग्रेस ने आज हाई लेवल मीटिंग अपने कार्यालय में मन बुलाई थी। जहां पर राजस्थान कांग्रेस में चल रही अंदरूनी तानाशाही को खत्म करने और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आज दिल्ली में हम बैठक हुई। इस बैठक में चार फैसलों पर सहमति बनी। बता दें कि मीटिंग में सबसे बड़ा फैसला किया गया। कि आगामी चुनाव में पार्टी सीएम फेस के बिना ही मैदान में उतारेगी।
राजस्थान कांग्रेस में लंबे समय से चल रही आप सी खिंचा तान पर लगाम लग गई आज दिल्ली में स्थित कांग्रेस मुख्यालय में हुई। कांग्रेस की अहम बैठक में चार बड़े फैसले लो में सहमति बनी इस में फैसला लिया गया। कि राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का कोई मुख्यमंत्री फेश नहीं होगा। राजस्थान में मैं चुनाव की तैयारियों पर बात करते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उम्मीदवारों की सूची सितंबर से पहले सप्ताह में घोषित की जाएगी। हालांकि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शांति को लेकर किसी भी फार्मूले की बात पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया गया है।
बैठक में शामिल नेताओं ने सर्वसम्मति का फैसला लिया है कि कांग्रेस राजस्थान जीत सकती है बशर्ते पार्टी में एकजुटता रहे बैठक में सभी नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया यह फैसला भी लिया गया। कि आगामी चुनाव में उम्मीदवारों का चयन जीतने की क्षमता के आधार पर किया जाएगा। मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि बैठक में सभी मुद्दों पर सार्थक व्यापक और हम चर्चा हुई है। हमारा संगठन नेता विधायक और सभी मंत्री मिलकर काम करेंगे उन्होंने कहा जैसे कि मैं हमेशा कहता हूं। कि हमारा लक्ष्य है कि राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार कैसे बने इस पर काम करना है।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,राजस्थान के पार्टी इंचार्ज सुखजिंदर सिंह रंधवा और पीसीसी चीफ गोविंद समेत 29 नेता इस बैठक में शामिल रहे है।
इन चार बड़े फैसलों पर बनी सहमति
नंबर एक पर राजस्थान में कांग्रेस का कोई मुख्यमंत्री फेस नहीं होगा पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेगी। दूसरा राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्यों की नियुक्ति के लिए नियम पड़ेंगे पेपर लीक और विधानसभा में कानून आएगा। (समझौते के लिए सचिन पायलट की शर्त है। ) तीसरा राजस्थान में इस बार टिकट के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों का चयन सितंबर के पहले सप्ताह में कर लिया जाएगा। चौथा पार्टी में कोई बयान बाजी अब नहीं होगी सरकार के प्रचार के साथ-साथ पार्टी का प्रचार अभियान शुरू होगा।