नई दिल्ली– 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य जहां पर 80 लोकसभा सीटें यह देश का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है यह वही राज्य है जहां से देश का प्रधानमंत्री चुनकर देश की कमान संभालता है 2024 के चुनाव को लेकर अब उत्तर प्रदेश पर सब की नजर इसलिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया और इसे लेकर बड़ा बयान दिया क्या कुछ कहा है हम आपको बताते हैं।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की भारतीय जनता पार्टी को लेकर अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि 2024 चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी जाति जनगणना का एक अहम कदम उठा सकती है। यही नहीं अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की गलत नीतियों की वजह से पिछले दलित और अल्पसंख्यक ऑन के साथ बड़ा अन्याय हो रहा है। जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी दलित पिछड़ों को इग्नोर कर रही इसका जनता जवाब 2024 के लोकसभा चुनाव में देगी।
उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी लगातार जातीय जनगणना को लेकर संघर्ष कर रही है जातीय जनगणना से सभी जातियों के संख्याओं के बारे में पता चलेगा और भारत देश की जनता और उत्तर प्रदेश की जनता जातीय जनगणना की मांग कर रही है।
हम आपको बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पूरी देश में जातीय जनगणना को लेकर एक अलग सी चर्चा चली हर विपक्षी नेता जाति जनगणना की मांग कर रहा है। यही नहीं इस मौके पर बहुजन समाज पार्टी की तरफ से भी जातीय जनगणना की मांग की गई लेकिन समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव लगातार जाति जनगणना के मुद्दे को उठा रहे उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय और समानता के अधिकार के लिए जाति जनगणना करना बहुत जरूरी जिससे पिछड़ों दलितों अल्पसंख्यकों के अधिकार और सम्मान को उनके हक के लिए दिया जा सके।
उन्होंने और आगे कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारत की जनता भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर कर देगी यह वही जानता है। जो जाति जनगणना की मांग कर रही है। यह वही जानता है। जो कि परेशान और हताश है।