नई दिल्ली- एक कहानी है 1943 की जहां पर तुर्किश एयरलाइंस विमान हादसे जिसमें 346 लोगों की बेवजह मौत हो गई थी। ये हादसा इतना भीषण था कि डेड बॉडी की पहचान कर पाना बहुत मुश्किल हो गया था आखिर कैसे या हादसा हुआ और इसके पीछे क्या कारण रहा है चलिए विस्तार में हम आपको एक एकर पूरी बात बताते है..
बता दे 3 मार्च 1947 को तुर्की एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 981 में इस्ताबुल के एयरपोर्ट से लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी है। लेकिन यह एक डायरेक्ट फ्लाइट नहीं थी इससे इससे पहले पेरिस के ओरले एयरपोर्ट पर रुकना था।
और फिर यहीं से उसे कुछ पैसेंजर को लेकर हीथ्रो के लिए उड़ान भरनी थी। सुबह 7:57 पर इस फ्लाइट ने उड़ान भरी फिर दोपहर के 2 बजे यह फ्लाइट पेरिस के और लो एयरपोर्ट पर लैंड हुई। यहां कुछ पैसेंजर्स को लेने के बाद या फ्लाइट हिल्थ्रो के लिए रवाना हुई।
टेक ऑफ करते हुए फ्लाइट अचानक पश्चिम की तरफ मुड़ गई और उसे पश्चिम की तरफ से मोड़कर लंदन के लिए रवाना हुई। एटीसी कितने इस फ्लाइट को 23जाने हजार फीट ऊपर जाने की इजाजत दे दी। जैसे ही प्लेन 11 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचा तो अचानक उसे कार्गो सेक्शन में जोरदार धमाका हुआ। उस वक्त या फ्लाइट में मेक्स शहर के ऊपर से गुजर रहा था।
धमाके के बाद कार्गो सेक्शन का दरवाजा उखड़ कर अलग हो गया। और नीचे जाकर आज इसके बाद अंदर अफरा-तफरी हो गई। और सारी हवा बाहर निकलने लगी प्लेन में बैठे थे। यात्री हवा के परिसर के कारण फ्लाइट से बाहर जा गिरे और उनकी दर्दनाक मौके पर ही मौत हो गई कार्गो सेक्शन में हुआ या बड़ा हादसा बड़ा धमाका इतना जोरदार था। कि प्लेन के स्टेबलाइजर में जितनी भी केबल थी वह सारी टूट गई। और प्लेन का हाइड्रोलिक सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका था।
साथ ही बता दे प्लेन के स्टेबलाइजर ने भी काम करना बंद कर दिया था इससे प्लेन पूरी तरह से कंट्रोल से बाहर हो गई पायलट प्लेन को बचाने की पूरी कोशिश करने में लगा हुआ था। लेकिन वह चाह कर भी कुछ नहीं कर पाया देखते ही देखते एयरप्लेन नोज दवाई करते हुए तेजी से नीचे जाने लगा। या विमान 783 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से नीचे गिर रहा था।
धमाके के बाद 1 मिनट में ही यह पूरा प्लेन क्रैश हो गया प्लेन के हजारों टुकड़ों में ठंड हो गए और भीषण आग लग गई इस हादसे में सभी पैसेंजर और मेंबर से जिंदा ही जलकर मर गए यह हादसा इतना भीषण था। कि डेड बॉडी इसकी पहचान कर पाना बड़ा मुश्किल हो गया था।
हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने पहले ब्लैक बॉक्स बरामद किया ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग से जब पता चला कि कार्गो सेक्शन में धमाके के बाद या हादसा हुआ। तो इसका कारण पता लगाने की कोशिश की जब इसका जवाब सामने आया तो सबके होश उड़ गए। चलिए जानते हैं यहां से के पीछे की असल वजह क्या थी।
बता देखी हर प्लेन में प्रेशराइज हवा भरी जाती है ताकि विमान ज्यादा ऊंचाई पर पहुंचे तो उसमें सवार यात्रियों को सांस लेने में किसी तरह की परेशानी ना हो क्योंकि अधिक ऊंचाई पर हवा सांस लेने लायक नहीं होती जांच टीम ने पता लगाया कि जब प्लेन पेरिस में रुका था तो उस समय वहां कोई भी ग्राउंड इंजीनियर मौजूद नहीं था। इसलिए प्लेन के कार्गो सेक्शन में पैसेंजर्स का सामान रखने के बाद बैगेज एडलर मोहम्मद में मोदी के कार्गो डोर को बंद किया।
लेकिन उन्हें अंग्रेजी भाषा नहीं आती थी। इस कारण वे इंग्लिश में लिखें डोर इंस्ट्रक्शन को पढ़ नहीं सके। उन्होंने डोर को अपनी तरफ से तो बंद कर दिया लेकिन कोर्ट में लगी फिर उसमें अच्छे से नहीं लगा पाई थी। वही दौर में जब दरवाजा बंद हो गया है। तो उसमें एक लाइट चलती है वह दरवाजा बंद होने के बाद अपने आप बंद हो जाती है।
जब दरवाजा लगाते ही वह बत्ती बंद हो गई तो मोहब्बत को लगा कि डोर अच्छे से लॉक हो गया जबकि ब्लॉक नहीं हुआ था उन्होंने कंफर्मेशन के लिए उसे चेक भी नहीं किया फिर फ्लाइट ने टेक ऑफ कर दिया प्लेन कार्ड और बाहर की ओर खुलता था।
इसलिए प्रेशराइज हवा के कारण वह दरवाजा खोलो और प्लेन में जोरदार धमाका हो गया इस कारण प्रेम के स्टेबलाइजर की केबल भी टूट गई और प्लेन आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था।