नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला के मामले में पैसे की गुंडागर्दी के आरोप में प्रशासनिक विभाग (ED) की हिरासत में रखा गया है। अदालत ने केजरीवाल को ED की हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। उनका अवधि गुरुवार को समाप्त हो रहा है। सीएम केजरीवाल को राउस एवेन्यू कोर्ट में 2 बजे प्रस्तुत किया जाएगा।
इस तरह, आज सीएम केजरीवाल के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण दिन है। अदालत तय करेगी कि वह ED की हिरासत से बाहर आएंगे या फिर हिरासत में रहेंगे। वहीं, केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद, दिल्ली की राजनीति के साथ-साथ देश की भी राजनीति गरमाई हुई है। यहां से लेकर सड़कों तक की लड़ाई लड़ी जा रही है।
अरविंद केजरीवाल की बढ़ी मुसीबत
ED ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लंबी पूछताछ के बाद हिरासत में लिया था। पिछले मार्च 27 को, अरविंद केजरीवाल का याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में सुनी गई थी, जिसमें उन्होंने ED की गिरफ्तारी को अवैध घोषित किया था और इसकी रद्दी की मांग की थी।
हालांकि, अरविंद केजरीवाल को हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा। ED की पक्ष से एएसजी एसवी राजू ने अदालत में उपस्थित होते हुए अभिषेक मनु सिंघवी के पक्ष से सीएम केजरीवाल की ओर से अदालत में प्रस्तुत किए गए तर्कों को अवैध घोषित करने के लिए मजबूती से वकालत की थी।
ईडी के बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच के सिलसिले में केजरीवाल की हिरासत की मांग कर सकती है। दरअसल, सीबीआई पहली केंद्रीय जांच एजेंसी थी जिसने इस मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया समेत 14 लोगों के नाम पर एफआईआर दर्ज की थी।
सिसौदिया फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। 28 मार्च को, दिल्ली उच्च न्यायालय ने ईडी की हिरासत में मौजूद केजरीवाल को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया, जांच एजेंसी को नोटिस जारी किया और याचिका को 3 अप्रैल के लिए सूचीबद्ध किया। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।