नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय आज यानी गुरुवार को पदभार ग्रहण करने के लिए लखनऊ पहुंच रहे हैं। अजय राय वाराणसी से चलकर जौनपुर सुल्तानपुर और अमेठी होते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचेंगे। इस दौरान 100 से अधिक लग्जरी गाड़ियों का काफिला उनके साथ मौजूद है। बता दे की लखनऊ पहुंचने से पहले अजय राय ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया आशीर्वाद लिया। अमेठी में अजय राय ने कहा कि यहां की जनता राहुल गांधी को भारी मतों से जीत कर भेजेगी।
मालूम हो कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। कांग्रेस ने उप अध्यक्ष के प्रदेश अध्यक्ष रहे बृजलाल खबरी की जगह अजय राय को जिम्मेदारी दी कांग्रेस ने पिछले साल अक्टूबर में बृजलाल खबरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था तब अजय राय उनकी टीम में क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हुआ करते थे।
बता दे कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में अजय राय के अलावा दूसरे दिग्गज नेता भी थे हालांकि बड़ी अजय राय के हाथ लगी आपको बता दे की अजय राय पूर्वांचल की राजनीति के एक चर्चित नाम रहे व पूर्वाचल मुख्तार अंसारी से अपने परिवार की अदावत और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से दो बार लोकसभा का चुनाव लड़कर भी अक्सर चर्चा में रहे है।
बता दे की अजय राय की सियासत का एक रोचक पहलू यह है कि उनकी सियासी यात्रा बीजेपी से शुरू हुई थी। वाराणसी में पैदा हुए अजय राय की भी एक बाहुबली की छवि रही अजय राय पांच बार से विधायक रह चुके हैं।
अपनी सियासी यात्रा भाजपा युवा मोर्चा से शुरू की थी। 1996 में अजय राय ने पहली बार बीजेपी के टिकट पर कल साल विधानसभा से चुनाव लड़ा और नौ बार से विधायक रहे की के नेता को माफ देकर कई बार विधायक बने। कई बार इस सीट से 2002 2007 में विधायक के रूप में चुने गए। 2009 में बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हो गए थे।
अजय राय के परिवार और मुख्तार अंसारी के बीच दुश्मनी भी पूर्वांचल में खासी चर्चित रही पिछले दिनों अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की हत्या के आरोप में मुख्तार अंसारी को सजा मिली इसके बाद अजय राय ने कोर्ट की चौखट पर फिर रखकर न्याय के लिए शुक्रिया अदा किया था।
आपको बता दे की 3 अगस्त 1991 को अवधेश राय की हत्या हुई थी। अजय राय और उनके भाई घर वाराणसी स्थित अपने घर के दरवाजे पर खड़े थे। तभी मुख्तार अंसारी सहित कुछ हमलावर वहां पहुंचे और अवधेश को गोली मार कर उनकी हत्या कर दी ऐसा कहा जाता है। कि अजय राय ने जवाबी कार्यवाही में अपनी लाइसेंस की पिस्टल से गोली चलाई थी। जिसके बाद हमलावर कर छोड़कर फरार हो गए थे बाद में मुख्तार को इसी मामले में सजा मिली।