नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब माफियाओं के कब्जे से वापस ली गई जमीन पर गरीबों के लिए घर बनवाने का काम में जुट गई है। बीते दिनों प्रयागराज पर माफिया अतीक अहमद के कब्जे से वापस ली गई। जमीन पर बने आवासों की चाबी सीएम योगी पात्र लोगों को सौंप दी थी। वहीं अब इसी मॉडल पर काम करते हुए यूपी सरकार माफिया मुख्तार अंसारी से कब्जा मुक्त कराई गई। जमीन पर गरीबों के लिए आवास बनाने का काम करेगी।
मिली जानकारी के अनुसार मुख्तार अंसारी के लखनऊ स्थित डॉली वार्ड के भूखंड पर पीएम आवास योजना के तहत मकान बनाया जाए। लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी ने मुख्तार एंड फैमिली की डाली बाग में कुल 2321.54 वर्ग मीटर जमीन चिन्हित की है। एलडीए ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा निशुल्क जमीन बाकी है। लगभग 75 फ्लैट बनाने का प्रस्ताव इससे पहले मुख्तार और उसके बेटों के बंगले को एलडीए ने दोस्त किया था।
खबर के अनुसार एलडीए ने डीपीआर ने डीपीआर और नक्शा भी तैयार कर लिया। एलडीए बेहतर मकान बनाने के साथ-साथ व पार्थ कम्युनिटी सेंटर पार्किंग सहित अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराएगा।
आपको बता दें कि मुख्तार और उसके बेटों के नाम जो बंगले थे वह निष्कासित संपत्ति है। निशिकांत संपत्ति शब्द का इस्तेमाल उन संपत्तियों के संदर्भ में किया जाता है जो बंटवारे के दौरान भारत से पाकिस्तान चले गए लोगों द्वारा छोड़ी गई थी। यह संपत्तियां आमतौर पर उन लोगों को आवंटित की जाती है। जो उस समय से भारत में आ कर बसे थे।
अब देखने वाली बात है। कि किस तरीके से मुख्तार अंसारी की जमीन पर सीएम योगी के आवास पर और किस तरीके से काम चलता है और क्या-क्या चीजें होती है। यह तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल हर एक खबर पर लगातार नजर और जान से बनी हुई।
अतीक अहमद के बाद अब मुख्तार अंसारी पर प्रशासन पूरी तरह से जांच पड़ताल कर जमीनों को थोड़ा रहा है। वही उन जमीनों पर गरीबों के लिए आवास बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक अलग सी योजना बना रहे है।