नई दिल्लीः बदलता दौर इंटरनेट का है, जहां कहीं कुछ घटित हो और एकदम सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो जाता है। इतना ही नहीं पुराने जामने की बहुत बातें सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं, जिन्हें सुनकर नई जनरेशन के कान खड़े हो जाते हैं। इस बीच करीब 90 साल पहले साइकिल की कीमत का बिल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अगर आपसे कोई पूछे कि अब साइकिल कितने रुपये की तो आप मिनिमम प्राइस 5 हजार रुपये बताने में तनिक भी देरी नहीं करेंगे। अगर आपसे कोई 90 साल पहले की कीमत पूछने लगे तो शायद आपको यह समझ से परे हो जाएगे।
इतना ही नहीं आपसे बताने लगे कि पहले बिस्लेरी बोतल से सस्ते में साइकिल मिल जाती थी, शायद यह भी बात आपको पचेगी नहीं। क्या आपको पता है कि यह सौ फीसदी सच है।
चौंका देगी साइकिल के बिल की कहानी
आपसे कोई कहने लगे कि साल 1934 में साइकिल की कीमत कुल बिस्लेरी से भी कम थी, तो यह बात सुनकर आपको यकीन करना मुश्किल होगा। लेकिन जो भी है सौ फीसदी सच है। साल 1934 का एक बिल वायरल हो रहा है, जिसें साइकिल की कीमत कुल 18 रुपये बताई गई है।
यह बिल पश्चिम बंगाल की राजधाी कोलकाता के कुमुद साइकिल वर्क्स का है, जहां इसकी कीमत 18 रुपये बताई गई है। लोगों को उस समय की सादगी और आज की महंगाई के बीच फर्क को समझने में सहायता मिलेगी।
उस समय आम लोगों के लिए 18 रुपये इकट्ठे करना भी बहुत बड़ी बात होती थी, जिससे हर किसी की जेब का बजट बिगड़ जाता था। यह बजट देख अच्छे-अच्छे की जेब ढीली हो जाती थी। आज इससे ज्यादा कीमत की बिस्लेरी बोतल बिक रही है, जिसे आप कहीं भी खरीद सकते हैं।
बिस्लेरी की बोतल इतने रुपये में बिक रही
साल 1934 में साइकिल की कीमत कुल 18 रुपये थे, जिस रकम को बनाना बहुत मुश्किल हो जाता था। वर्तमान में इससे ज्यादा कीमत बिस्लेरी बोतल की है, जिसे आप 20 रुपये में खरीद सकते हैं।
अगर आप किसी ट्रिप पर होते हैं तो बिस्लेरी बोतल ही खरीदना पसंद करते हैं, जिसका पूरे देश में साइज के हिसाब से प्राइस तय है। वैसे सामान्य बिस्लेरी बोतल का प्राइस 20 रुपये ही निर्धारित किया गया है। उस समय साइकिल इससे कम कीमत में आ जाती थी।