न्यू दिल्ली: आज के वक्त में जिस एक चीज़ कि सबको दिक्कत है वो है अभी पूरी नींद नहीं लें पाना कभी यह रात को देर तक होने वाली पार्टी की वजह से होता है तो कभी सुबह की जल्दी शिफ्ट होने की वजह से, या फिर स्ट्रेस और टेंशन की वजह से भी आप नहीं सो पाते। युवाओं में यह दिक्कत सबसे ज्यादा देखने को मिल रही हैं। साथ ही दिन व दिन पूरी नींद ना हो पाने की दिक्कत आम बनती जा रही हैं। हमारी नींद पूरी नहीं होने के कारण हमें चिढ़ होना, प्रोडक्टिविटी कम होना, भूख नहीं लगना और ऐसी ही बहुत सी परेशानियां होती हैं।
हर व्यक्ति के लिए अपनी सेहत का ख़्याल रखने के लिए कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। यहा तक के कई स्टडीज में भी यह बात कही गई है। अगर कोई 7 से 8 घंटे को नींद नहीं लेता है तो उसके हेल्थ पर ( शरीर पर ) बहुत से प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। ज्यादातर लोग आज कल शहर 6 घंटे की ही नींद ले पाते है। जो के हमारे स्वास्थय के लिए बुरा है। आइए आज आपको नींद ना होने से होने वाली दिक्कतों के बारे में बताते हैं।
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वजन बढ़ना या डायबिटीज होना:
नींद पूरी ना होने की वजह से यह दिक्कत आपको हो सकती है। यही नहीं अगर आप 7 घंटे से कम सोते हैं तो आपको डायबिटीज की समस्या भी हो सकती है मोटापे के साथ। कम सोने के कारण से कोर्टिसोल लेवल, घ्रेलिन लेवल, लेप्टिन का लेवल शरीर में बढ़ जाता है, जिसका काम भूख को कंट्रोल में रखना हैं। इसलिए जब इनका लेवल बढ़ता है, तो आपके खाना खाने की मात्रा बढ़ जाती हैं। इन सबके कारण से आप मोटे और डायबिटीज आपको घेर लेती हैं।
मेमोरी पर असर:
कम सोने के कारण हमारे दिमाग पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। नींद की कमी की वजह से वक्त के साथ सूजन पैदा करने वाले खतरनाक प्रोटीन को बाहर निकलने का मार्ग नहीं मिल पाता है, जो हमारी मेमोरी पर प्रभाव डालता है। इसके कारण डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
नींद की कमी की वजह से दिमाग पर भी असर देखने को मिलता है. समय के साथ, नींद की कमी की वजह से सूजन पैदा करने वाले हानिकारक प्रोटीन को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह से याद्दाश्त पर असर होने लगता है. इसकी वजह से डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियां हो सकती हैं.
हृदय रोग:
अपनी नींद पूरी ना करने की या 6 घंटे से कम सोने की वजह से लंबे समय तक दिल का दौरा, स्ट्रोक और हाई कोलेस्ट्रॉल के चांसेस बढ़ जाते है। एक स्टडी की मुताबिक नींद ब्लड वेसल्स की मरम्मत और उन्हें ठीक करने में हेल्प कर सकती है। इस वक्त कार्डिक सिस्टम ( हृदय प्रणाली) को आराम करने के लिए कुछ वक्त मिल जाता है।