नई दिल्लीः भारत के ऑपरेशन सिंधु के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। गुरुवार रात, पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर ड्रोन हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने इसे पूरी तरह नाकाम कर दिया। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के अहम शहरों पर सटीक और तेज हमले किए, जिससे पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान पहुंचा।

पाकिस्तान के एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) को पंजाब प्रांत में मार गिराए जाने की पुष्टि हुई है। आइए जानते हैं कि भारत ने पाकिस्तान के किन-किन शहरों को निशाना बनाया और ये भारतीय सीमा से कितनी दूर हैं:

1. सियालकोट

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित, सियालकोट में आर्मी कैंटोनमेंट है।

भारतीय सीमा से दूरी:

अमृतसर: 100 किमी

दिल्ली: 513 किमी

जम्मू: 47 किमी

श्रीनगर: 165 किमी

2. कराची

पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर और सिंध प्रांत की राजधानी, कराची एक प्रमुख आर्थिक और बंदरगाह शहर है।

गुजरात सीमा से दूरी: 350 किमी

3. इस्लामाबाद

पाकिस्तान की राजधानी, जहाँ संसद, सुप्रीम कोर्ट और प्रधानमंत्री कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण संस्थान स्थित हैं।

वाघा-अटारी बॉर्डर से दूरी: 250 किमी

कश्मीर से दूरी: 200 किमी

4. लाहौर

पाकिस्तानी पंजाब की राजधानी, जो सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से अहम है।

भारतीय सेना ने यहाँ भी हमले किए।

5. पेशावर

खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी, जो ऐतिहासिक और आर्थिक केंद्र है।

वाघा-अटारी बॉर्डर से दूरी: 340 किमी

जम्मू-कश्मीर से दूरी: 150 किमी

6. रावलपिंडी

पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय (GHQ) यहीं स्थित है, जो इसे सैन्य रूप से अहम बनाता है।

वाघा-अटारी बॉर्डर से दूरी: 250-270 किमी

एलओसी से दूरी: 120 किमी

अन्य निशाने

गुजरांवाला, खानेवाल, अटॉक, मियांवाली और बहावलपुर में भी विस्फोटों की खबरें आई हैं, जो दर्शाता है कि भारत ने पाकिस्तान के 300 किमी अंदर तक हमले किए।

फैक्ट चेक:

AWACS मार गिराया गया? पुष्ट रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान का AWACS पंजाब में नष्ट किया गया।

ड्रोन हमला नाकाम? हाँ, पाकिस्तान की कोशिश विफल रही।

भारत के हमले सटीक? जी हाँ, प्रमुख पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा गया।

निष्कर्ष

भारत ने अपने तेज और प्रभावी जवाबी हमले से साफ संदेश दिया है कि कोई भी आक्रमण कड़ी प्रतिक्रिया पाएगा। पाकिस्तान के अंदरूनी इलाकों तक हमले करके भारत ने अपनी सैन्य ताकत और रणनीतिक बढ़त साबित कर दी है।

(स्रोत: सत्यापित रक्षा रिपोर्ट्स, भू-रणनीतिक विश्लेषण)