Mock Drill: भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों और मॉक ड्रिल से जुड़ा हुआ है। यह मॉक ड्रिल संभावित आपात स्थितियों में जनता और एजेंसियों की तत्परता को जांचने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। आइए विस्तार से जानते हैं कि इस मॉक ड्रिल के दौरान क्या होगा और आम नागरिकों को क्या सावधानियां रखनी चाहिए:

मॉक ड्रिल से जुड़ी प्रमुख जानकारियां:

तारीख और समय: यह मॉक ड्रिल शाम 4 बजे से शुरू होगी और कम से कम 5 घंटे तक चल सकती है।

कवरेज: देशभर के 244 जिलों में यह अभ्यास किया जाएगा, जिनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल, मुंबई, चेन्नई आदि शामिल हैं।

उद्देश्य: आतंकी हमले, युद्ध जैसी आपात परिस्थितियों में प्रशासनिक तैयारियों, कम्युनिकेशन चैनल्स और लोगों की प्रतिक्रिया को परखना।

लोगों के लिए एडवाइजरी:

क्या करें:

1. शांति बनाए रखें – यह केवल एक अभ्यास है, घबराएं नहीं।

2. सरकारी निर्देशों का पालन करें – सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को ध्यान से सुनें और मानें।

3. आपातकालीन नंबर सेव रखें – जैसे 112 (आपात सेवा), नजदीकी थाने का नंबर आदि।

4. खुद को अपडेट रखें – टीवी, रेडियो, सरकारी सोशल मीडिया चैनलों के ज़रिए जानकारी लेते रहें।

क्या न करें:

1. अफवाह न फैलाएं – सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि के कोई भी संदेश या वीडियो साझा न करें।

2. ड्रिल को असली हमला न समझें – अफरा-तफरी से बचें।

3. रास्तों को बाधित न करें – आपात सेवाओं के लिए रास्ता खाली रखें।

क्यों जरूरी है यह मॉक ड्रिल?

हाल के पहलगाम आतंकी हमले और पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख को देखते हुए यह मॉक ड्रिल जनता और सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त तैयारियों को परखने का एक मौका है। यह भारत की आंतरिक सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है जिससे किसी भी संकट की घड़ी में जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सके।

आपने जिस विषय का जिक्र किया है, वह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों और मॉक ड्रिल से जुड़ा हुआ है। यह मॉक ड्रिल संभावित आपात स्थितियों में जनता और एजेंसियों की तत्परता को जांचने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। आइए विस्तार से जानते हैं कि इस मॉक ड्रिल के दौरान क्या होगा और आम नागरिकों को क्या सावधानियां रखनी चाहिए:

मॉक ड्रिल से जुड़ी प्रमुख जानकारियां:

तारीख और समय: यह मॉक ड्रिल बुधवार शाम 4 बजे से शुरू होगी और कम से कम 5 घंटे तक चल सकती है।

कवरेज: देशभर के 244 जिलों में यह अभ्यास किया जाएगा, जिनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल, मुंबई, चेन्नई आदि शामिल हैं।

उद्देश्य: आतंकी हमले, युद्ध जैसी आपात परिस्थितियों में प्रशासनिक तैयारियों, कम्युनिकेशन चैनल्स और लोगों की प्रतिक्रिया को परखना।

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Sanjay mehrolliya

My Name is Sanjay Mehrolliya, I have 4 years Experience in Journalism, I Am From Haryana, I Work on Job A Education desk At timeSbull.com

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