नई दिल्ली: साल 2025 के पहले चार महीनों में सोने ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है और करीब 25 फीसदी की बढ़त दर्ज की है। वहीं MCX और COMEX दोनों प्लेटफॉर्म पर यह अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच चुका है. कॉमेक्स पर चांदी में भी 15 फीसदी तक की तेजी दिखी है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) की रिपोर्ट के मुताबिक यह तेजी भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध और वैश्विक अस्थिरता के बीच सुरक्षित निवेश के बढ़ते चलन का नतीजा है।
सोने की मजबूती के कारण
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापार तनाव
मुद्रास्फीति और मौद्रिक अनिश्चितता का माहौल
केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार सोने की खरीद
अमेरिकी डॉलर में गिरावट (7% से अधिक)
MOFSL समूह के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन दमानी ने कहा, “इस अस्थिर वैश्विक माहौल में सोना स्थिरता का प्रतीक बन गया है। हम मध्यम से लंबी अवधि के लिए ‘गिरावट पर खरीदारी’ की सलाह देते हैं।” सोने का तकनीकी स्तर
MCX पर समर्थन स्तर: ₹91,000 प्रति 10 ग्राम
MCX पर प्रतिरोध स्तर: ₹99,000 प्रति 10 ग्राम
COMEX पर समर्थन स्तर: $3,100 प्रति औंस
COMEX पर प्रतिरोध स्तर: $3,400 प्रति औंस
ट्रंप प्रशासन की आक्रामक व्यापार नीतियों और चीन पर लगाए गए भारी टैरिफ (245% तक) ने बाजार में मंदी या मुद्रास्फीति की आशंका को बढ़ा दिया है। वहीं, फेडरल रिजर्व ने 2024 में तीन बार ब्याज दरों में कटौती की है और 2025 में ‘प्रतीक्षा करो और देखो’ की नीति अपना रहा है।विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक वैश्विक व्यापार विवादों का कोई ठोस समाधान नहीं निकलता, तब तक सोने की कीमतों में तेजी जारी रहेगी और यह निवेशकों के लिए एक मजबूत सुरक्षित निवेश साबित होता रहेगा।
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