नई दिल्ली: आईपीएल 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम ने भले ही मुंबई इंडियंस के खिलाफ जीत दर्ज की हो, लेकिन कप्तान ऋषभ पंत और गेंदबाज़ दिग्वेश सिंह राठी पर बीसीसीआई ने सख्ती दिखाई है। बीसीसीआई ने पंत पर ₹12 लाख और राठी की 50% मैच फीस काट ली है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि इन दोनों पर इतना बड़ा जुर्माना लगा? चलिए जानते हैं।

ऋषभ पंत पर क्यों लगा ₹12 लाख का जुर्माना?

16वें मुकाबले में लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना स्टेडियम में एलएसजी और मुंबई इंडियंस की भिड़ंत हुई। इस मैच में ऋषभ पंत की कप्तानी में एलएसजी ने भले ही बाज़ी मार ली हो, लेकिन स्लो ओवर रेट के चलते पंत पर ₹12 लाख का जुर्माना ठोक दिया गया।

बीसीसीआई की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ये टीम का इस सीजन में पहला स्लो ओवर रेट से जुड़ा अपराध था। आईपीएल की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के तहत पंत को यह सजा मिली है। नियम के मुताबिक, पहली बार ऐसा करने पर कप्तान को न्यूनतम ₹12 लाख का फाइन देना होता है।

दिग्वेश राठी पर लगा बड़ा जुर्माना – आचार संहिता का उल्लंघन

अब बात करते हैं गेंदबाज़ दिग्वेश सिंह राठी की। राठी ने मैच के दौरान बल्लेबाज़ को आउट करने के बाद ऐसा जश्न मनाया जो बीसीसीआई को नागवार गुज़रा। उन्होंने विकेट लेने के बाद बल्लेबाज़ की ओर अभद्र इशारा किया, जो आईपीएल आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 (लेवल 1 अपराध) के तहत आता है।

इस हरकत के लिए राठी की 50% मैच फीस काट दी गई। यही नहीं, यह इस सीज़न में उनका दूसरा लेवल 1 अपराध था। इससे पहले 1 अप्रैल को पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में भी उन्होंने ऐसा ही व्यवहार किया था, जिस वजह से उनके खाते में पहले से ही एक डिमेरिट प्वाइंट था। अब दो और जुड़ गए हैं।

क्या होता है डिमेरिट प्वाइंट्स का असर?

डिमेरिट प्वाइंट्स आईपीएल में खिलाड़ियों के व्यवहार पर नज़र रखने का तरीका है। यदि किसी खिलाड़ी के ज्यादा डिमेरिट प्वाइंट्स हो जाते हैं तो उस पर बैन भी लगाया जा सकता है। इस मामले में मैच रेफरी का फैसला अंतिम होता है, और खिलाड़ी को उसे मानना ही पड़ता है।

भले ही मैदान पर खेल शानदार हो, लेकिन खिलाड़ियों के व्यवहार और नियमों के पालन पर भी उतना ही ध्यान देना ज़रूरी है। आईपीएल में बीसीसीआई का ये कड़ा रवैया साफ़ दिखाता है कि खेल के साथ कोई समझौता नहीं होगा। ऋषभ पंत और दिग्वेश राठी दोनों को यह सज़ा उनके नियमों की अनदेखी के चलते मिली है, और उम्मीद की जा सकती है कि आगे वे इससे सबक लेंगे।