नई दिल्ली। एक अध्ययन के अनुसार, टमाटर का रस साल्मोनेला टाइफी और इसके हाइपरविरुलेंट वेरिएंट के खिलाफ एक अद्वितीय रक्षा प्रणाली प्रदान करता है। इस रस में मौजूद ऐंटीमाइक्रोबियल प्रतिबंधक बैक्टीरिया को मारने की क्षमता होती है, जिससे संक्रमणों का सीधा सामना किया जा सकता है।
यह रस विशेषकर पाचन और यूरिनरी ट्रैक्ट के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद ऐंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं, जिससे शरीर को हानिकारक बैक्टीरिया के प्रति सुरक्षा मिलती है।
इसलिए, टमाटर का रस न केवल एक स्वादिष्ट व्यंजन है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम है, खासकर साल्मोनेला टाइफी जैसे हानिकारक बैक्टीरिया के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है।
टमाटर, अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुणों की बहुत बजह से एक अत्यधिक पौष्टिक और स्वस्थ फल है जो स्वास्थ्य के लाभों की खान है। हाल ही में की गई एक रिसर्च ने बताया है कि टमाटर का रस साल्मोनेला टाइफी और पाचन और यूरिनरी ट्रैक्ट को हानि पहुंचाने वाले बैक्टीरिया से लड़ सकता है। यह रिसर्च अमेरिकन सोसाइटी फॉर माइक्रोबायोलॉजी की पत्रिका “माइक्रोबायोलॉजी स्पेक्ट्रम” में प्रकाशित हुई थी।
टमाटर के रस में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण से यह सिद्ध हुआ कि इसमें मौजूद साल्मोनेला टाइफी जैसे हानिकारक बैक्टीरिया को मारने की क्षमता होती है। इससे यह फल आपके शरीर को बचाने में सक्षम है और संक्रमणों से बचाव करने में सहायक हो सकता है। कॉर्नेल विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जियोंगमिन सॉन्ग ने इस अद्वितीय स्वास्थ्य लाभ को प्रमोट करने के लिए टमाटर के रस के एंटीबैक्टीरियल गुणों की महत्ता को साझा किया है।
एक्सपेरिमेंट के पहले चरण में हुए प्रयासों ने स्पष्ट रूप से दिखाया कि टमाटर का रस साल्मोनेला टाइफी के खिलाफ एक प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्पन्न कर सकता है। इसके बाद, शोधकर्ता टीम ने टमाटर के जीनोम की गहराईयों में जाकर उन एंटी माइक्रोबियल पेप्टाइड्स की खोज की, जो बैक्टीरियल मेंब्रेन को रोक सकते हैं, जिससे साल्मोनेला टाइफी जैसे पैथोजेन को विफल किया जा सकता है। यह अनुसंधान ने साबित किया कि टमाटर ने अपने जीनोम के माध्यम से एंटीबैक्टीरियल पेप्टाइड्स को उत्पन्न करके अपनी स्वास्थ्य रक्षा प्रणाली में सुधार किया है। इससे साल्मोनेला टाइफी जैसे जीवाणुओं को मारा जा सकता है, जो अन्यथा पेट संबंधित समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। इस नए अनुसंधान से प्राप्त ज्ञान के प्रकार से, टमाटर के सेवन से बच्चों और टीनएजर्स को स्वस्थ रखने में मदद हो सकती है, और उन्हें नेचुरल एंटीबैक्टीरियल लाभ हो सकता है। इससे आम लोगों में टमाटर और अन्य सब्जियों के सेवन में वृद्धि हो सकती है, जो एक स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा बन सकता है।