नई दिल्ली- आगामी लोकसभा चुनावों से पहले छोटे-छोटे दलों को साधने की कोशिश में जुटी भारतीय जनता पार्टी को रविवार को एक और सफलता मिली। दरअसल उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी में गठबंधन हुआ और राजभर के भाजपा के साथ आने पर कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर लिखकर उन्हें बधाई दी।
मगर सीएम योगी ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया था। ऐसे में चर्चा वोट चली कि सीएम योगी राजभर के भाजपा के साथ आने से खुश नहीं है। मगर जब खुद राजभर ने सीएम योगी से मुलाकात कर तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की तो इस दौरान राजभर के दोनों बेटे भी शामिल दिखाई दिए है।
https://twitter.com/oprajbhar/status/1682277499840106497?s=20
सीएम योगी के साथ सोशल मीडिया पर राजभर ने लिखकर कहा कि एनडीए में शामिल होने के बाद उत्तर प्रदेश के यशस्वी माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय श्री योगी आदित्यनाथ जी से लखनऊ स्थित आवास पर शिष्टाचार मुलाकात हुई जनकल्याण के मार्ग पर चलते हुए। योगी जी ने उत्तर प्रदेश को उन्नति की ऊंचाई आदि वह निश्चित रूप से अभूतपूर्व है।
जब राजभर से सवाल किया गया कि भाजपा और तू भाजपा के गठबंधन से सीएम योगी नाराज है। क्या तो इस पर उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश पर हम यहां आए उन्होंने कहा था। कि जाओ जाकर बात फाइनल करो आप फाइनल कर ले लिया है। अब मिलकर लड़ेंगे।
और आगे सीएम योगी की तारीफ के पुल बांधते हुए राजभर ने कहा था कांग्रेस सपा बसपा यूपी की सत्ता में रह चुकी है अभी भाजपा है। डंके की चोट पर कह रहा हूं। कि आजादी के बाद से अब तक कितने मुख्यमंत्री बने लेकिन सबसे ज्यादा मेहनत धरातल पर करने वाला अगर कोई सीएम है। तो वह योगी आदित्यनाथ ही हैं।
गौरतलब है कि है की भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2017 के साथ भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। और 4 सीटें जीती थी। राजभर को गठबंधन के सहयोगी के तौर पर कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। लेकिन उन्होंने पिछड़ों और वंचितों के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसकी वजह से सरकार के सामने कई बार असहाय स्थिति अभी पैदा हुई थी। लगातार तल्खी के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राजभर ने भाजपा गठबंधन से नाता तोड़ लिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था।
राजभर की पार्टी ने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाया और छह सीटें जीती उस चुनाव में राजभर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खेला हो गए किनारे की तर्ज पर खदेड़ा हो बे का नारा दिया था। यार राजसत्ता से भाजपा को बाहर निकालने का आवाहन था।