Anupama Spoiler: आज आप देखेंगे अनुपमा फिर अनुज के घर जाती है तो वह उसका फूलों से स्वागत करता है। दोनों एक-दूसरे को गले लगाते हैं और श्रुति उन्हें देख लेती है। श्रुति फिर अनुपमा को कहती है कि कैसे एक जीत ने सबको बदल दिया न।आज सुबह तक आपको कुछ नहीं पता था कि आप क्या करने वाली हैं। अब आप वापस भारत जा सकती हैं आराम से। आप यूएस जो साबित करने आई थीं वो सब आपने हासिल कर लिया।इस पर अनुपमा कहती है कि मैंने अभी कुछ सोचा नहीं है, अभी बस जीत को सेलिब्रेट करना चाहती हूं।
अनुपमा कहती है मैं कहीं नहीं जाना चाहती। फिलहाल मैं यहां से नहीं जाना चाहती। मैं यहां अपनी बेटी के लिए आई हूं, आपकी आध्या के लिए आई हूं।वनराज बार-बार अनुपमा की जीत के बारे में सोचता है तो काव्या बोलती है कि दूसरों की खुशियों से खुश रहोगे तो चैन की नींद आ जाएगी।यशदीप और बीजी वहीं अनुपमा की जीत के लिए गरीबों को खाना देते हैं। इसके बाद बीजी, यशदीप से कहती है कि तू अनुपमा से अपने दिल की बात कब कहेगा।
वहीं शाह हाउस में मीडिया रिपोर्ट्स आते हैं तो बा, अनुपमा से ज्यादा अपनी तारीफ करती है। वहीं वनराज से जब पूछा जाता है तो वह कहता है कि मैं अनुपमा के लिए बहुत खुश हूं और हम सबको अनुपमा पर गर्व है।अनुपमा को अपनी डायरी मिलती है तो देखती है कि अनुज ने उसके कई पन्नों को चिपकाया है। वह अनुज से कहती है कि सोचा था आध्या के मन में अपने लिए थोड़ी जगह बना पाऊंगी, लेकिन मेरी ही तरफ से कोई कमी रह गई होगी।