नई दिल्ली। आज के समय में केवल शहर ही नहीं बल्कि गांव में भी रसोई गैस सिलेंडर (LPG Cylinder) आपको देखने को मिल जायेगा। सरकार गरीब वर्ग के लोगों को सस्ते दामों में रसोई गैस सिलेंडर (LPG Gas Cylinder) उपलब्ध करवा रही है। यदि आप सोचते हैं कि हर महीने बिना किसी परेशानी के रसोई गैस का सिलेंडर आपको मिल जायेगा, तो अब आपके लिए इसी बीच एक बुरी खबर सामने आ रही है।
खबरों के अनुसार, सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के नियमों में कुछ बदलाव किये जाने की संभावना जताई जा रही है। तो आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्या सच में एक महीने में सिर्फ दो ही सिलेंडर मिल पाएंगे?
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जानिए क्या है नया नियम?
खबरों के मुताबिक, अगर आपने एक महीने में दो सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर ले लिए हैं, तो आपको अब तीसरा सिलेंडर नहीं मिलेगा। इसका सीधा मतलब है कि सब्सिडी वाले सिलेंडर की मौजूदा व्यवस्था में बदलाव किया किया जायेगा।
यदि आपके घर में किसी बड़े इवेंट का आयोजन किया गया है या फिर शादी-ब्याह जैसे मौकों होने वाले हैं, तो ऐसे में अधिक गैस की जरूरत पड़ती है, तो ऐसी परिस्थिति में दिक्कत खड़ी हो सकती है। या तो आपको पड़ोसी से गैस मांगनी पड़ेगी या फिर बाजार से ऊंचे दाम पर गैर-सब्सिडी वाला सिलेंडर आपको खरीदना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि मार्च के महीने भी कई उपभोक्ताओं को तब परेशानी हुई थी, जब उन्हें तीसरा सिलेंडर बुक न कर पाने का मैसेज आया था। ऐसे में कई घरों में दूसरा कनेक्शन लेने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
सब्सिडी के साथ मिलने वाली गैस की सीमा
दरअसल, सरकारी तेल कंपनियों ने पहले ही एलपीजी सिलेंडरों के लिए कोटा तय कर दिया था। एक साल में सब्सिडी के साथ केवल 12 गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर ही खरीदे जा सकते हैं। यानी पूरे 12 महीनों में सिर्फ 12 सिलेंडर ही मिल पाएंगे।
अगर इससे ज्यादा सिलेंडरों की जरूरत है, तो तेल कंपनियों ने तीन और सिलेंडर देने का तो प्रावधान किया है, लेकिन इन सिलेंडरों पर आपको सब्सिडी नहीं मिलेगी। यानी पूरे साल में कुल 15 सिलेंडर ही मिल पाएंगे। सरकारी तेल कंपनियों ने फैसला किया है कि पूरे साल में सिर्फ 213 किलो ही लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) सब्सिडी के साथ दिया जाएगा।
इंडियन ऑयल के जिला नोडल अधिकारी, कुमार गौरव का कहना है कि यह व्यवस्था घरेलू गैस सिलेंडरों के व्यावसायिक इस्तेमाल को रोकने के लिए की गई है। अगर घर में खपत ज्यादा है, तो दूसरा कनेक्शन लेना होगा। लेकिन दिक्कत ये है कि कई घरों में लोग ज्यादा संख्या में रहते हैं, जहां हर महीने दो एलपीजी सिलेंडर खत्म हो जाना आम बात है।
गोलघर के रहने वाले मनजीत श्रीवास्तव कहते हैं कि, “हमारे परिवार में 24 सदस्य हैं. हर महीने दो एलपीजी सिलेंडर लगते हैं। त्योहारों पर खपत और बढ़ जाती है। हमें सब्सिडी न मिले, पर जरूरत के हिसाब से सिलेंडर तो मिलना ही चाहिए। इस व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए.”