नई दिल्ली:किसी भी देश की आर्थिक ज़रूरतें होती हैं, जिससे जनता की सेवाओं के लिए सरकार पॉलिसी बनती है। यही वजह है कि सरकार लोगों पर विभिन्न तरीके से टैक्स लागू करती है। तो वही देश में अभी इनकम टैक्स, कॉरपोरेट टैक्स और जीएसटी टैक्स चल रहे हैं और उनके बारे में आपने जरूर सुना होगा।
हाल ही में खबरों में पिंक टैक्स के बारे में भी जानकारी आई है। पिंक टैक्स के बारे में यह महत्वपूर्ण जानकारी आपको बताते हैं। पिंक टैक्स महिला महिला चुकातीं है। लेकिन उनको इसकी कानों का खबर नहीं होती है। इसके पीछे की वजह यह है कि पिंक टैक्स कोई आधिकारिक टैक्स नहीं है जिसे सरकार के द्वारा वसूला जाता हो। दरअसल यह इस तरह का टैक्स कंपनियां कंपनियां वसूलती हैं जो महिलाओं के पॉकेट पर असर डालता है।
कैसे वसूला जाता है इस तरह का टैक्स
ऐसे उत्पाद जो खासतौर पर महिलाओं के लिए तैयार किए जाते हैं। और मार्केट में उतारे जाते हैं। इसे और भी आसान भाषा में समझे तो जैसे की महिलाओं सजने-सधने के काम में आने वाले उत्पाद जैसे मेकअप का सामान, नेल पेंट, लिपस्टिक, आर्टिफ़िशियल ज्वेलरी, सेनिटरी पैड आदि होते है। इनकी कीमत मार्केट में काफी ज्यादा होती हैं, और यह बढ़ती जाती है।
ऐसे बढ़ जाती है प्रोडक्ट की कॉस्ट
इसके पीछे की वजह इनकी प्रोडक्शन कॉस्ट और मार्केटिंग कास्ट मिलने के बाद इसमें तीन गुना कीमत जुड़ जाती है जो महिलाओं के पॉकेट पर ही भारी पड़ती है।
कंपनियां बखूबी समझती है कि महिलाओं को अपनी खूबसूरती के साथ-साथ संजना संवरना काफी अच्छा लगता है। और तरह-तरह के उत्पाद प्रयोग करती रहती हैं। तो वही महिलाएं ही पुरुषों के मुकाबले कई तरह के पर्सनल केयर उत्पाद इस्तेमाल करती हैं। जो काफी महंगे आते हैं। मार्केट में सबसे ज्यादा महिलाओं के लिए ही इन तरीके के उत्पाद मौजूद है।