प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र कैसे खोलें? हर महीने कितनी होगी इनकम, जानें पूरी डिटेल

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Adarsh Pal

नई दिल्ली PM Jan Aushadhi Kendra: सरकार आम लोगों के किफायती ट्रीटमेंट दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके साथ में उसका उद्देश्य रोजगार के अवसर को बढ़ाना है। केंद्र सरकार ने हाल ही में पीएम भारतीय जन औषधि केंद्र स्कीम इन दोनों दिशा में एक जरुरी पहल है। यदि आप कम पैसों में अपना रोजगार शुरु करने की सोच रहे हैं तो सरकार की जन औषधि केंद्र स्कीम का लाभ उठा सकते हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावी घोषणाप्रत्र मोदी की गारंटी में जन औषधि केंद्रों का विस्तार करने का भी ऐलान किया है। जानते हैं जन औषधि केंद्र ओपन करने की क्या शर्तें हैं, इसमें कितना निवेश करना होगा और कितनी इनकम होगी।

जन औषधि केंद्र ओपन करने के लिए करें आवेदन

पीएम जन औषधि केंद्र ओपन करने का प्रोसेस काफी आासान है। लेकिन इसके लिए कुछ खास शर्तों को पूरा करना होता है। इसकी पहली शर्त है कि डी फार्मा या बी फार्मा का सर्टिफिकेट होना चाहिए। इसके साथ में आपके पास सेंटर ओपन करने के लिए 120 वर्गफुट की जगह भी होनी चाहिए। आवेदन करने के लिए 5 हजार रुपये होने चाहिए।

इसमें तीन कैटेगरी होती है। इसकी पहली कैटेगरी फॉर्मासिस्ट, डॉक्टर या रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर जन औषधि केंद्र ओपन कर सकता है। दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट एनजीओ, प्राइवेट अस्पताल हैं। तीसरी में उन एजेंसियों को भी चांस मिलता है। इनको राज्य सरकार ने नॉमिनेट भी किया है।

सरकार करेगी आपकी पूरी मदद

आप जब भी औषधि केंद्र ओपन करेंगे तो आपको सरकार से आर्थिक प्रोत्साहन भी मिलेगा। 5 लाख रुपये तक की मेडिसीन खरीद पर 15 फीसदी या मैक्जिमम 15 हजार रुपये प्रति महीना का प्रोत्साहन प्राप्त हो सकता है। इसकी कुछ खास श्रेणियां और क्षेत्रों में बुनियादी खर्च को रिकवर करने के लिए सरकार 2 लाख रुपये की एकमुश्त सहायता करती है।

पूरे देश में इस समय 11 हजार जन औषधि केंद्र हैं। सरकार ने ऐसे 25 हजार सेंटर ओपन करने का लक्ष्य तय किया है, जिसे आने वाले साल में प्राप्त करने का प्रयास भी किया जाएगा।

दवाइंया किसे मिलती है?

जन औषधि केंद्र का उद्देश्य खासतौर पर गरीब और पिछले वर्ग के लोगों को कम कीमत में देना है। यहां पर जेनेरि मेडिसिन मिलती है। इसके बारे में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

जेनरिक मेडिसिन असल में ब्रांडेड मेडिसिन जैसे असरदार होती है। लेकिन इनका किसी के पास पेटेंट नहीं होता है। जिससे इन मेडिसिन पर चार्ज भी नहीं लगता है और ये कम कीमत में मिल जाती हैं।

आपको बता दें पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में कहा कि शुगर के इलाज पर हर महीने 3,000 रुपये का खर्च आता है। जिससे एक दिन की दवा 100 रुपये हो जाती है। यदि जन औषधि केंद्र पर ये आपको 10 से 15 रुपये में मिल जाती है।

जन औषधि केंद्र से कितनी होगी इनकम

जन औषधि केंद्र में मेडिसिन की बिक्री पर आपको 20 फीसदी तक का कमीशन मिलता है। इसके साथ में सरकार हर महीने होने वाली बिक्री पर अलग से 15 फीसदी का इंसेंटिव भी देती है। दुकान के ओपन करने के लिए फर्नीचर और दूसरे समाने के लिए 1.5 लाख रुपये की मदद करेगी। बिलिंग के लिए कंप्यूटर और प्रिंटर खरीदने में भी सरकार 50 हजार रुपये की मदद करती है।

जानें कैसे कर सकते हैं आवेदन

जन औषधि केंद्र ओपन करने के लिए कुछ जरुरी कागजात हैं जैसे कि आधार कार्ड, फार्मासिस्ट रजिस्टेशन सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, मोबाइल नंबर, निवास प्रमाण पत्र, आदि की जरुरत होती है।

आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले janaushadhi.gov.in जाना होगा। इसके बाद Apply For Kendra पर क्लिक करना है। नए पेज पर क्लिक हीयर टू एप्लाई करना है। साइन इन फॉर्म के नीचे रजिस्टर नाउ को चुनें। रजिस्ट्रेशन फॉर्म में मागी गई सारी जानकारी को फिल करें। राज्य सेलेक्ट करे और आईडी पासवर् सेक्शन में कंफर्म पासवर्ड को डालें। अब टर्म्स एंड कंडीशंस पर टिक करके सबमिट कर दें।

Adarsh Pal के बारे में
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Adarsh Pal आदर्श पाल छत्रपति शाहू जी महाराज युनिवर्सिटी कानपुर से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त कर टाइम्सबुल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम कर रहे हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव। टाइम्सबुल में आने से पहले आदर्श पाल न्यूज बाइट और न्यूज चेकर हिंदी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। Read More
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