नई दिल्ली PM Vishwakarma Yojana: मोदी सरकार के द्वारा ट्रेडिशनल कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से नई स्कीम को शुरु करने की तैयारी की जा रही है। सरकार ने पब्लिक सेक्टर के बैंकों और स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी (SLBC) के सीनियर अधिकारियों की बैठक बुलाई है जिससे कि पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) को लागू किया जा सके। इस योजना का सीधा सा उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाना है। सरकार इस योजना को काफी जल्द पेश करेगी।
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17 सितंबर तक लॉन्च होगी ये सरकारी स्कीम
आपको बता दें स्कीम को पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की सहायता करने के लिए लॉन्च किया जा रहा है। इसके तहत टोटल 13 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इस योजना को 17 सितंबर तक पेश किया जा सकता है। इसको लेकर तीनों मंत्रालय काम कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया है कि पीएम विश्वकर्मा स्कीम के तहत चालू वित्त वर्ष में 3 लाख से अधिक लाभार्थियों को जोड़ने का काम किया जा रहा है।
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सरकार दिलाएगी 4 से 5 दिन की ट्रेनिंग
वहीं अधिकारी ने बताया कि कौशल मंत्रालय ने 28 अगस्त तक एक बैठक बुलाई है। इसमें राज्यों के मुख्य सचिवों, बैंकों के MD और SLBC प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें अधिकारी ने कहा कि बैठक में पीएम विश्वकर्मा स्कीम को लागू करने को लेकर स्कीम के लाभार्थियों की पहचान करने के प्रोसेस पर चर्चा करेगी। वहीं काम करने वालो को उनके कौशल के लिए 4 से 5 दिनों की ट्रेनंग भी दी जाएगी।
ट्रेनिंग बाद कर्ज के रूप में ले सकते हैं पैसे
वहीं ट्रेनिंग के बाद कर्ज लेने का प्रावधान दिया गया है। इस चालू वर्ष में हमने 3 लाख लोगों को कर्ज देने का लक्ष्य रखा है स्कीम के तहत स्पेशली गांव के लोगों पर ध्यान दिया जाएगा। इस स्कीम के बारे में पीएम मोदी ने 15 अगस्त को बताया था। उस दौरान पीएम ने कहा था कि सरकार 13,000 करोड़ से लेकर 15,000 करोड़ के बजट में पीएम विश्वकर्मा स्कीम को शुरु करने जा रही है।