नई दिल्ली Wheat News: इन दिनों मौसम को देखते हुए किसानों ने कटाई तेज कर दी हैं। क्यों कि अचानक से होने वाली बारिश से किसानों की सारी फसल बर्बाद हो सकती है। वहीं किसानों की परेशानी को सुलझाने के लिए जिला प्रशासन लगा हुआ है। हाल ही में आई नई खबर के मुताबिक सरकार ने कहा है कि अप्रैल से शुरु होने वाली मार्केटिंग में अब गेंहू की खरीद 195 लाख टन तक हो गई है। जो कि बीते साल की कुल खरीद से ज्यादा है। वहीं एक सरकार के बयान के मुताबिक RMS 2023-24 के समय गेंहू की खरीद पहले ही मार्केटिंग सत्र से अधिक है। ये सत्र अप्रैल-मार्च तक चलता है लेकिन थोक पर अप्रैल और जून के बीच में होती है।
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सरकार ने जारी किया बयान
सरकार के बयान के मुताबिक, रबी मार्केटिंग सेशन 2022-2023 में खरीद 188 लाख टन गेंहू की हुई थी जबकि 26 अप्रैल 2023 तक मार्केटिंग सत्र 2023-24 के समय गेंहू की खरीद 195 लाख टन रही है।
किसानों को मिलेगा तगड़ा लाभ
बयान के मुताबिक इससे काफी हद तक किसानों को लाभ मिला है। वहीं चल रही गेंहू खरीद में तकरीबन 41,148 करोड़ रुपये का एमएसपी पहले ही लगभग 14.96 लाख किसानों को दिया जा चुका है।
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कहां ज्यादा होता है गेहूं उत्पादन
वहीं सबसे अधिक गेहूं उत्पादन राज्यों कि बात करें तो सबसे ज्यादा योगदान पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश से 89.79 लाख टन, 54.26 लाख टन और 49.47 लाख टन खरीद के साथ में हुआ है। बयान के मुताबिक इस साल ज्यादा खरीद का मुख्य कारण बेमौसम बारिश रही है। खरीद जा रहे गूहूं की क्वालिटी के साथ छूट सरकार के द्वारा दू जाएगी।
इसके अलावा सरकार सभी राज्यों को बेहतर पहुंच के लिए मौजूद खरीद केंद्रों के अलावा पंचायत स्तर पर खरीद केंद्र खोलने और सहकारी समितियों आदि के माध्यम से भी खरीदारी करने की परमीशन दे दी है। इसके साथ ही धान की भी खरीदारी हो रही है।
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खाद्य मंत्रालय के द्वारा मिली जानकारी
वहीं मार्केटिंग सत्र 2022-2023 के समय 26 अप्रैल 2023 तक 354 लाख टन चावल की खरीद की जा चुकी है। जबकि 140 लाख टन चावल की खरीद की जानी बाकी है। खरीफ मार्केटिंग सत्र अक्टूबर से आने वाले साल के सिंतबर महीने तक चलता है। खाद्य मंत्रालय ने इस बारे में कहा है कि केंद्रीय पूल में गेंहू और चावल का संयुक्त स्टॉक 510 लाख टन से ज्यादा हो गया है, जो कि देश को खाद्यान्ना की अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए आरामदायक स्थिति है।