नई दिल्ली SSY Account: बेटियों को आर्थिक और समाजिक रूप से मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा एसएसवाई स्कीम को चालाया जा रहा है। इस स्कीम के तहत बेटियों की पढ़ाई और शादी दोनों के लिए फंड दिया जाता है। अगर आप रेगुलर निवेश करते हैं। तो योजना के तहत अच्छा खासा फंड जमा कर पाएंगे।
मौजूदा समय में केंद्र सराकर के द्वारा इस स्मॉल सेविंग स्कीम में 8.2 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है। बहराल ये ब्याज दर हर तिमाही में बदलता रहता है। लेकिन मैच्योरिटी के समय करीब 8 फीसदी की दर से ही रिटर्न दिया जाता है।
अगर कोई अच्छा कमाने वाला शख्स बेटी के जन्म के बाद एसएसवाई खाते में हर महीने 12500 रुपये या फिर सालाना 1.50 लाख का निवेश करता है तो बेटी के 21 साल होने पर करीब 69 लाख रुपये तक जमा होगा। इसके अलावा निवेशक इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80सी के तहत एक एफवाई में एसएसवाई खाते में निवेश कए गए 1.5 लाख रुपये पर टैक्स बेनिफिट भी मिलता है।
एसएसवाई स्कीम की करें कैलकुलेशन
अगर निवेशक अपनी बेटी के जन्म के बाद एसएसवाई खाते में निवेश करने की सोच रहे हैं तो वह 15 सालों तक कंट्रीब्यूट कर पाएंगे। क्यों कि कोई भी शख्स अपने एसएसवाई खाते में तब से जमा कर सकते हैं जब तक कि उनकी बेटी 14 साल की नहीं हो जाती है।
बेटी के 14 साल होने के बाद बेटी के 18 साल होने पर मैच्योरिटी रकम का 50 फीसदी निकाल सकते हैं और बैलेंस मैच्योरिटी रकम बेटी के 21 साल होने पर निकाली जा सकता है।
बता दे मैच्योरिटी के समय अपने पैसों पर 8.2 फीसदी रिटर्न मानते हुए, अगर कोई शख्स 12 किस्तों में हर महीने 12500 रुपये एक साथ ही 1.5 लाख का निवेश करता है तो निवेशक अपने 1.5 लाख इनकम टैक्स रिटर्न का उपयोग करने में सक्षम होगा।
एक एफवाई में सेक्शन 80सी की लिमिट है। अगर बेटी के 21 साल की होने पर पूरी निकासी लेता है तो एसएसवाई मैच्योरिटी रकम करीब 69,32,648 रुपये या फिर 69.32 लाख रुपये की होगी।